शिमला। हिमाचल प्रदेश की ऊंची पहाड़ियों में मध्यम से भारी बर्फबारी जारी रही जबकि राज्य की राजधानी शिमला में इस मौसम की पहली बर्फबारी हुई।उधर उत्तराखंड के मसूरी में सीजन की बर्फ गिरी। बर्फबारी से निवासियों, पर्यटकों और किसानों के चेहरे खिल उठे हैं। शिमला बर्फ की पतली चादर में लिपटा दिखा जबकि कुफरी और फागु के बीच पांच किलोमीटर का इलाका पूरी तरह से बर्फ से ढंक गया। ठंड के बावजूद पर्यटक और निवासी बर्फ का आनंद लेने के लिए शहर के मध्य में स्थित माल रोड और रिज पर इकट्ठा हुए।
शिमला में बुधवार रात को भारी ओलावृष्टि हुई और उसके बाद रुक-रुक कर बारिश हुई। राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र के अनुसार, राज्य में छह राष्ट्रीय राजमार्गों सहित 240 से अधिक सड़कें यातायात के लिए बंद कर दी गई हैं और भारी बर्फबारी एवं बारिश के कारण 677 ट्रांसफार्मर प्रभावित हुए हैं। केंद्र ने कहा कि किन्नौर और लाहौल एवं स्पीति के आदिवासी जिलों में 165 सड़कें अवरुद्ध हैं। कुफरी, फागु और नारकंडा में भारी बर्फबारी के कारण सड़कें अवरुद्ध होने से ढली से आगे शिमला के ऊपरी क्षेत्र में वाहनों की आवाजाही रुक गई है।
राज्य के 12 में से पांच जिलों में मंगलवार रात से रुक-रुक कर बर्फबारी जारी है और स्थानीय मौसम कार्यालय ने एक फरवरी को पांच जिलों शिमला, कुल्लू, चंबा, किन्नौर और लाहौल एवं स्पीति में अलग-अलग स्थानों पर भारी बर्फबारी और बारिश के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। वहीं, तीन और चार फरवरी को आंधी तथा बिजली गिरने के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है।
भारी बर्फबारी के पूर्वानुमान से किसानों और फल एवं सब्जी उत्पादकों को राहत मिली है जिन्हें लंबे समय तक सूखे के कारण फसल का भारी नुकसान हुआ था। कृषि विभाग के एक प्रवक्ता ने कहा कि बारिश का मौसम रबी फसलों के लिए फायदेमंद होने की संभावना है।