ग्वालियर। भिखारी दिव्यांग होने का नाटक कर भी लोगों की संवेदनाओं का मजाक बना रहे हैं। ऐसा ही एक मामला ग्वालियर (Gwalior) के गोला का मंदिर चौराहे पर देखने को मिला। एएसपी (ASP) ने दिव्यांग भिखारी (disabled beggar) को बुलाकर जांच-पड़ताल की तो खुद पुलिस अफसरों (Police Officer) के होश उड़ गए।
दरअसल, एएसपी अमृत मीणा गोले का मंदिर चौराहे से गुजर रहे थे। उनकी नजर गाड़ी के बगल में आए एक दिव्यांग भिखारी पर पड़ी जो लोगों से भीख मांग रहा था। उसके साथ एक महिला भी थी। एएसपी मीणा को उस भिखारी को देखकर न जाने क्यों, कुछ संदेह हुआ। उन्होंने गाड़ी को साइड में खड़ी करवाया और उस भिखारी को बुलाया और भिक्षावृति को लेकर सवाल किया तो उसने कहा कि साहब हम दिव्यांग हैं। कामकाज नहीं कर सकते इसलिए भी मांग रहे हैं। एसपी मीणा ने जब उसे अपनी दिव्यांगता दिखाने को कहा तो वह मुकर गया। इससे उनका शक और ज्यादा गहराने लगा।
भिक्षावृत्ति कर रहे उस शख्स के साथ एक महिला भी थी। जब एएसपी मीणा ने उस शख्स से दिव्यांगता दिखाने को कहा तो वह अचानक मना करने लगा। उसके साथ जो महिला थी, वह भी बार-बार गुहार लगाने लगी इस तरह किसी की बेइज्जती करना ठीक नहीं। जब एएसपी ने दिव्यांगता दिखाने के साथ ही कहा कि क्या तुम जेल जाना चाहते हो। तब जाकर उसने दिव्यंगता दिखाई।
भिखारी ने जब हाथ की पट्टी खोली तो एएसपी दंग रह गए। दोनों हाथ स्वस्थ थे और भिक्षावृत्ति के लिए वह दिव्यांग होने का दिखावा कर रहा था। पोल खोलने के बाद वह व्यक्ति खाली पेट का हवाला देते हुए एएसपी से माफी मांगने लगा और उनके पैर पकड़ने लगा। तब उन्होंने कहा कि तुम लोग लोगों को बेवकूफ क्यों बनाते हो इस तरह से कार्य करना ठीक नहीं है। उन्होंने इसका वीडियो भी बनवाया। अब यह वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। लोग एएसपी अमित मीणा के इस कार्य की सराहना कर रहे हैं। सभी थाना प्रभारियों को भी निर्देशित किया गया है क्योंकि कई बार यही लोग चोरी जैसी वारदातों में भूमिका निभाते हुए नजर आते हैं।