खान के गंदे पानी को रोके बिना मकर संक्रांति स्नान के लिए शिप्रा में नर्मदा का साफ पानी छोड़ दिया है। शनिवार तड़के नर्मदा की पाइप लाइन से पानी आने की शुरुआत हो गई। मकर संक्रांति 15 जनवरी को है। बीते 4 दिसंबर को शनिश्चरी अमावस्या पर मिट्टी का डेम फूट जाने से पूरी शिप्रा में खान का गंदा पानी भर गया है। खान के पानी की रोकथाम के लिए राज्य शासन ने मिट्टी के दो स्टापडेम बनाना तय किया है। दोनों डेम पर काम शुरू हो गया है लेकिन अभी पानी की आवक नहीं रोकी है। जल संसाधन विभाग 4 जनवरी को मावठे की आशंका के चलते धीमी गति से काम कर रहा है। ताकि मावठा आता भी है तो मिट्टी के डेम को नुकसान न हो।
इस स्थिति में एक तरफ खान का पानी भी शिप्रा में आ रहा है और नर्मदा का भी। यानी खान का पानी आने से नर्मदा का छोड़ा गया साफ पानी भी गंदा हो रहा है। जल संसाधन के ईई कमल कुवाल का कहना है कि मिट्टी के डेम बनाने काम चल रहा है। खान के पानी को पूरी तरह रोका जाएगा। समय सीमा में मिट्टी के डेम का काम पूरे कर पानी की रोकथाम करेंगे।
त्रिवेणी की डाउन स्ट्रीम में नर्मदा का पानी छोड़ा
इधर पीएचई ने शिप्रा में भरे गंदे पानी को निकाल कर साफ पानी भरने के लिए अभी से नर्मदा का पानी लेना शुरू कर दिया है। शनिवार तड़के से त्रिवेणी स्टापडेम की डाउन स्ट्रीम में त्रिवेणी मोक्षधाम के पास पाइप लाइन से नर्मदा का पानी छोड़ा जा रहा है। ईई प्रमोद उपाध्याय का कहना है कि मकर संक्रांति पर शिप्रा के घाटों पर साफ पानी भरने के पहले नदी को साफ करने के लिए नर्मदा का पानी लेने की शुरुआत की है। गंदगी निकल जाने से शिप्रा में स्नान के लिए नर्मदा का साफ पानी भरा जाएगा। ।