राज्य सरकार ने राज्य स्तरीय विश्वकर्मा पुरस्कार के लिए उज्जैन के तीन कलाकारों सहित प्रदेश के 8 कलाकारों का चयन किया है। 5 जनवरी को भोपाल हाट बाजार में हो रहे नेशनल हैंडलूम एक्सपो में उन्हें सम्मानित किया जाएगा। राज्य सरकार के संत रविदास मप्र हस्तशिल्प एवं हाथकरघा विकास निगम द्वारा सालाना विश्वकर्मा पुरस्कार दिया जाता है।
वर्ष 2020-21 के लिए राज्य शासन ने प्रदेश के 8 कलाकारों का चयन किया है। इनमें उज्जैन से मो. आसिफ, हयात गुट्टी, मो. मोहसिन छीपा, इंदौर की सुगंधा जैन, जोबट के मो. काजिम खत्री, भोपाल के सुभाष पोयाम, बैतूल के बलदेव वागमारे, होशंगाबाद के राजीव नाफड़े हैं। इन कलाकारों को भोपाल हाट बाजार में 5 जनवरी को हो रहे नेशनल हैंडलूम एक्सपो में सम्मानित किया जाएगा। कलाकारों के साथ उनके परिवार के दो सदस्यों को भी भोपाल आमंत्रित किया गया है।
भैरवगढ़ प्रिंट के कारण उज्जैन का मान बढ़ा
उज्जैन में भैरवगढ़ की कपड़ा छपाई कला देश-विदेश में अपनी अलग पहचान रखती है। भैरवगढ़ प्रिंट के नाम से उज्जैन की यह कला अब ई-कॉमर्स कंपनियों के माध्यम से भी आगे बढ़ रही है। यहां के कलाकार अपनी डिजाइन स्वयं बनाते हैं। पारंपरिक कपड़ा छपाई कला के माध्यम से उनकी कलाकृतियां देशभर में पसंद की जाती हैं।
मो. आसिफ के अनुसार भैरवगढ़ में पीढ़ियों से कपड़ा छपाई का काम किया जा रहा है। इस क्षेत्र के पारंपरिक कलाकारों की रचनात्मकता एवं कल्पनाशीलता का परिणाम है कि इसके पहले भी कई कलाकारों को राज्य स्तरीय यह पुरस्कार मिल चुका है।
उज्जैन दर्शन में भैरवगढ़ के कारखाने शामिल होना चाहिए
भैरवगढ़ ऐतिहासिक व पौराणिक क्षेत्र है। भैरवगढ़ की कपड़ा छपाई कला 400 साल पुरानी है। उज्जैन आने वाले पर्यटकों और यात्रियों को उज्जैन दर्शन यात्रा में भैरवगढ़ की यह कला दिखाने की व्यवस्था भी होना चाहिए। यात्री धार्मिक यात्रा के साथ उज्जैन की इस ऐतिहासिक कला को भी देखें। गाइड के माध्यम से उन्हें इसका इतिहास बताया जा सकता है। यात्री चाहें तो कारखानों से सीधी खरीदी भी कर सकते हैं