नए वर्ष के जश्न में उज्जैन के लोग 3 दिन में 4 करोड़ की देसी-विदेशी शराब गटक गए।

आबकारी विभाग के रिकार्ड के मुताबिक जश्न मनाने के लिए उज्जै जिले की कुल 142 देसी और विदेशी दुकानों पर रात तक पियक्कड़ों की लाइन लगी रही। शहरी क्षेत्र के मुनि नगर चौराहा, कोयला फाटक, नानाखेड़ा क्षेत्र, नई सड़क, इंदौरगेट, जययसिंहपुरा, तेलीवाड़ा, एमआर 5रोड, चिंतामण जवासिया, नीलगंगा, केडी गेट सहित अन्य शराब दुकानों पर तो इतनी ज्यादा भीड़ जुट गई कि रात तक भीड़ लग रही और 11 बजे पुलिस ने पहुँचकर शराब प्रेमियों को वहाँ से खदेड़ा। सहायक आयुक्त आबकारी के मुताबिक उज्जैन के शहरी और ग्रामीण क्षेत्र नागदा, महिदपुर, घटिया, नरवर, भैरवगढ़, कालभैरव मंदिर सहित अन्य दुकानें हैं। इन दुकानों पर थर्टी फस्र्ट से लेकर कल देर रात तक पियक्कड़ों की भीड़ जुटी रही। कुल तीन दिन में ही लगभग 4 करोड़ रुपए की देसी और विदेशी शराब बिक गई है।

नहीं हुआ कोरोना गाइड लाइन का पालन

थर्टी फस्र्ट और नए साल के पहले दिन और दूसरे दिन आबकारी विभाग के अधिकारी से लेकर कर्मचारी तक अपने-अपने क्षेत्र में देसी, विदेशी शराब दुकानों पर कोरोना गाइड लाइन का पालन करवाने के लिए प्रयास किए, लेकिन भीड़ ज्यादा होने के कारण सफलता नहीं मिल पाई। शराब ठेकेदार भी केवल नियम का बोर्ड चस्पा कर अपने कर्तव्यों की इतिश्री कर ली है। लगभग सभी दुकानों पर नियमों की अवहेलना की जा रही है।

सख्ती जरूरी वरना बिगड़ सकती है स्थिति

अभी भी समय है। अगर आबकारी विभाग के साथ-साथ ठेकेदार गाइडलाइन का पालन करवाने के लिए गंभीर नहीं हुए तो भीड़ बढऩे से मामला बिगडऩे में देर नहीं लगेगी। शराब दुकानों पर मास्क अनिवार्य करने के साथ ही सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करवाने के लिए भी प्रयास किए जाएं, ताकि लोग दूरी बनाकर खरीदी कर सकें।

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