इंदौर नगर निगम के अफसरों पर हमले लगातार बढ़ रहे है। मालवा मिल में मंडी हटाने के दौरान मार्केट अधिकारी से विवाद और गुरुवार को महिला भवन निरीक्षक से हुई अभद्रता को लेकर जब कलेक्टर के पास जानकारी पहुंची तो उन्होंने सीधे तौर पर थानों में कार्रवाई करने की बात कर केस दर्ज करने के आदेश दिए है। कलेक्टर मनीष सिंह ने शुक्रवार को आदेश जारी किया है। जिसमें मॉस्क को लेकर की जा रही चालानी कारवाई और नगर निगम द्वारा शहरभर में किए जा रहे कामों को लेकर विवाद को लेकर सीधे कार्रवाई कर जेल भेजने की बात कही है। उन्होंने साफ तौर पर कहा है कि इस तरह की हरकतें बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
भवन अधिकारी और मार्केट अधिकारी से विवाद
विधानसभा नंबर 2 के नंदानगर में नंबर 135 पर किए जा रहे निर्माण कार्य को रूकवाने के लिए भवन निरीक्षक उजमा खान अपनी टीम के साथ गुरुवार को पहुंची थी। यहां सम्पति मालिक ओर अन्य लोगों के साथ उनका विवाद हुआ। इस दौरान नगर निगम की टीम के साथ मारपीट भी हुई। टीम परदेशीपुरा थाने पहुंची थी। यहां काफी देर खड़ी रही। लेकिन केस दर्ज नही किया गया। बाद में आवेदन देकर टीम को वापस जाना पड़ा। दो दिन पहले मालवा मिल इलाके के सब्जी व्यापरियों से नए स्थान पर दुकाने आवंटित करने को लेकर बात करने पहुंची थी। इस समय अधिकारी जितेन्द्र पांडे के साथ रईसा अंसारी,जावेद ओर आसिफ ने विवाद किया था। जिसके बाद अधिकारी ने प्रशासनिक काम में बाधा डालने को लेकर तीनों पर केस दर्ज करवाया है। इसके पहले जेल रोड़ इलाके में मॉस्क को लेकर हो रही चालानी कारवाई में भी नगर निगम की टीम को व्यापारियों ने घेर लिया था। यहां भी स्थिती मारपीट की बन आई थी।