शुक्रवार को जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट ने सेंटर का निरीक्षण किया। इस दौरान दौरान कलेक्टर मनीष सिंह, डॉ. निशांत खरे, मधु वर्मा सहित अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।
मंत्री सिलावट ने कहा कि यह परिसर सकारात्मक ऊर्जा और सेवा भावना से परिपूर्ण है। गत वर्ष कोविड के भीषण अकाल में इस केंद्र ने इंदौर के नागरिकों को बड़ा सहारा दिया था। राधा स्वामी डेरे के सेवादारों ने परोपकार की उच्च भावनाओं के अनुरूप यहां सेवाएं दी थी। इंदौर के नागरिकों के सहयोग से यहां मध्य प्रदेश का सबसे बड़ा कोविड केयर सेंटर संचालित किया गया था।
मंत्री ने कहा कि मैं ईश्वर से प्रार्थना करता हूं कि कोरोना की दूसरी लहर की विभीषिका जैसी स्थिति इस बार उत्पन्न नहीं हो। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में प्रदेश सरकार कोरोना की तीसरी लहर से निपटने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। उसी दिशा में यह कोविड केयर सेंटर प्रारंभ किया गया है। कलेक्टर ने अवगत कराया कि अभी 600 से अधिक बिस्तरों की क्षमता के साथ यह कोविड केयर सेंटर प्रारंभ हो गया है। अभी यहां उन मरीजों को रखा गया है जिनके घर में होम आइसोलेशन की सुविधा नहीं है।
इंदौर जिले के विभिन्न ग्रामीण अंचल में भी ऐसे कोविड केयर सेंटर प्रारंभ किए गए हैं। उल्लेखनीय है कि कनाड़िया में सेवाकुंज अस्पताल और इंडेक्स अस्पताल में भी कोविड केयर सेंटर शुरू किए गए हैं। संक्रमित मरीजों की तादाद बढ़ने पर जरूरतमंद मरीजों को इन केंद्रों में शिफ्ट किया जा सकेगा।