शहर में कोरोना मरीजों की बढ़ती संख्या को लेकर चिंता और गहराती जा रही है। इस कड़ी में जिला क्राइसिस कमेटी के सदस्य डॉ. निशांत खरे ने चौंकाने बयान दिया है। उन्होंने कहा कि दुनियाभर में जिस तरह से ओमिक्रॉन मरीजों की संख्या बढ़ रही है, इंदौर में भी आने वाले दिनों में एक दिन में 5 हजार से ज्यादा केस आए तो आश्चर्य नहीं होना चाहिए।
उन्होंने कहा अभी सेफली यह माना जा सकता है कि मरीजों की संख्या और जितनी भी जीनोमिंग टेस्ट हो ही है उसमें 70-80 प्रतिशत में ओमिक्रॉन ही होना चाहिए। ओमिक्रॉन 8-10 गुना ज्यादा फैलता है। चूंकि वैक्सीनेटेड लोगों को दोबारा हो रहा है और जिन्हें हो चुका है उन्हें भी हो रहा है। ऐसे में आइसोलेशन सेंटर इसमें महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। उन्होंने कहा कि ओमिक्रॉन का दुनियाभर का डाटा देखिए। अमेरिका में 10-10 लाख केस रोज आ रहे हैं। जिस देशों की संख्या हमारे चार जिलों के बराबर होगी वहां लाखों की संख्या में केस हैं। इस वैरिएंट का प्रभाव सभी क्षेत्रों में और बहुत बड़ी संख्या होने की संभावना है। ग्रामीण क्षेत्र भी अछूता नहीं रहेगा। सांवेर, मांगलिया आदि में भी सेंटर बनाए जा रहे हैं।
इंदौर को लेकर अनुमान यही है कि मरीज निश्चित तौर पर तेजी से बढ़ेंगे और अप्रत्याशित संख्या हो सकती है। पिछली बार पीक के समय 1800 की संख्या थी। पिछली बार जीरो से 500 आने में कितना समय लगा था और इस बार कितना, इस पर उसकी दिशा समझ जा सकती है। ग्रामीण क्षेत्रों के साथ बस्तियों में भी केस सामने आएंगे। इसमें दोनों डोज लगा चुके, पूर्व में संक्रमित हो चुके या जो कभी संक्रमित नहीं हुए हैं वे भी चपेट में आ सकते हैं।