मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष और विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष एक साथ 2 पदों पर काबिज पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने आज पत्रकार वार्ता के दौरान कहा कि मेरी उम्र 77 साल हो चुकी है और अब मैं सीएम बनना नहीं चाहता हूं।
अब देखना यह है कि विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी की तरफ से सीएम कैंडिडेट कौन होगा।
सन 2018 से जागृत हुआ कमलनाथ का मध्य प्रदेश प्रेम
2023 में मध्य प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनावों को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि मेरी उम्र 77 साल हो चुकी है और अब मैं सीएम बनना नहीं चाहता हूं, लेकिन मेरी इच्छा है कि प्रदेश व्यवस्थित हाथों में जाए। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश की तर्ज पर यहां भी महिलाओं को 40 फीसदी आरक्षण देने पर विचार किया जाएगा। यहां उल्लेख आवश्यक है कि कमलनाथ को राजनीति करते हुए 40 वर्ष हो चुके हैं, लेकिन मध्यप्रदेश के प्रति प्रेम सन 2018 से जागृत हुआ है। सन 2003 से लेकर 2018 तक कमलनाथ ने मध्यप्रदेश में कांग्रेस पार्टी की मदद के लिए कभी कोई ऐसा काम नहीं किया जिससे मध्य प्रदेश के प्रति उनके अटूट प्रेम का प्रदर्शन होता हो।
खुद हाईकमान हैं और हर फैसला हाईकमान पर छोड़ देते हैं
कमलनाथ के मामले में एक बड़ी मजेदार बात यह है कि वह मध्यप्रदेश में कांग्रेस पार्टी के स्वयंभू हाईकमान है और जब भी किसी पद की बात आती है तो सारे फैसले हाईकमान पर छोड़ देते हैं। प्रदेश अध्यक्ष और नेता प्रतिपक्ष 2 पदों पर एक साथ काबिल हैं, लेकिन बयान देते हैं कि मैं तो किसी पद पर रहना नहीं चाहता। हाईकमान जब चाहे निर्णय ले सकता है। पिछले दिनों सोनिया गांधी ने उन्हें दिल्ली बुलाने का निर्णय लिया था, तब कमलनाथ ने बयान दिया कि मैं मध्यप्रदेश छोड़कर नहीं जाऊंगा