रोजगार दिवस पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने युवाओं से सीधा संवाद किया। उन्होंने रोजगार लोन लेने वाले अली अहमद से पूछा- आपको बैंक में कोई दिक्कत तो नहीं हुई। घूमाया फिराया तो नहीं, चक्कर तो नहीं लगवाए, दान दक्षिणा तो नहीं लगी। अहमद ने बताया कि बैंक वालों पूरी तरह से को-ऑपरेट किया है। शिवराज ने फिर पूछा कि अधिकारियों ने परेशान तो नहीं किया। सही-सही बताना, मेरी कसम खाकर बोलो। इस पर अहमद ने कहा वह झूठ नहीं बोल रहा है। इसको लेकर शिवराज ने सभी को धन्यवाद ज्ञापित किया। अहमद ने मिश्री-इलायची दाना का काम करने हैं। इस के लिए सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया से लोन लिया है।
12 जनवरी को सूक्ष्म लघु और मध्यम उद्यम विभाग द्वारा प्रदेशभर में रोजगार दिवस के रूप में मनाया जा रहा है। इसके चलते भोपाल स्थित कुशाभाऊ ठाकरे हाॅल (मिंटो हॉल) में राज्य स्तरीय रोजगार दिवस का आयोजन किया गया। इस दौरान मुख्यमंत्री ने स्वरोजगार योजनाओं के अंतर्गत हितग्राहियों से संवाद किया। इस दौरान सीएम ने कहा कि जिन्होंने बहुत कम पूंजी के साथ अपनी अजीविका के लिए काम शुरू किया उनमें से कई लखपति बन गए।
23 मार्च को मुख्यमंत्री की शपथ ली और 24 को सबकुछ बंद हो गया
शिवराज ने कहा 23 मार्च 2020 को मुख्यमंत्री की शपथ ली और 24 मार्च को लॉकडाउन लग गया। कितनी कठिन परिस्थित थी। सब कुछ बंद हो गया था। काम धंधे बंद हो गए। टैक्स आना बंद हो गया। लेकिन हिम्मत नहीं हारी। पहली और दूसरी लहर से लड़े और अब तीसरी से भी लड़ रहे हैं। इसी दौरान प्रधानमंत्री के मंत्र आत्म निर्भर के तहत आत्म निर्भर मध्यप्रदेश बनाना तय किया। रोजगार की व्यवस्था करना हमारी पहली प्राथमिकता है। लेकिन सरकारी क्षेत्र में जितनी जरूरत है उतनी ही भर्ती हो सकती है। इसके अलावा रोजगार उपलब्ध कराने आठ सूत्रीय नीति तैयार की है।