आगर मालवा। (दुर्गाशंकर टेलर) – कोरोना के बढ़ते केस व तीसरी लहर को देखते हुए कांग्रेस के छात्र संगठन एनएसयूआई के राष्ट्रीय सचिव अंकुश भटनागर ने राज्यपाल महोदय को पत्र लिखकर प्रदेश के समस्त विश्वविद्यालय/कॉलेजों के छात्रों की ऑफलाइन के साथ-साथ ऑनलाइन परीक्षा या ओपन बुक प्रणाली से कराने का विकल्प देने की मांग रखी है। एनएसयूआई राष्ट्रीय सचिव अंकुश भटनागर ने पत्र में लिखा कि कोरोना के केस प्रति दिन तेजी से बढ़ रहे है व मध्यप्रदेश के ज्यादातर जिले में स्वास्थ सुविधाएं बिगड़ती जा रही है, छात्रों का वैक्सीनेशन भी हाल ही में शुरू हुआ है। कई अध्यापकों को दोनो डोस नही लगे है, ऐसे में छात्रों का स्वास्थ जोखिम में डाला जा रहा है। उन्होंने सरकार को कटघरे में खड़ा कर कहा कि कोरोना की तीसरी लहर के बाद भी सरकार छात्रों के मूल्यांकन का कोई नया तरीका नही दे पाई है। एनएसयूआई ने मांग की है कि फरवरी व मार्च में होने वाली परीक्षाओं में छात्रों के मूल्यांकन का नया तरीका अपनाया जाए जिससे उनका साल भी खराब ना हो व आने वाले समय में प्रवेश परिक्षाओं पर भी ध्यान दिया जा सके। मीडिया से बात करते हुए अंकुश भटनागर ने कहा कि हमारे पास प्रदेशभर से छात्र और अभिभावकों के फोन, मैसेज, मेल आए है जो आनलाइन परिक्षा या ओपन बुक प्रणाली की मांग कर रहे है। सरकार को इस तरफ गंभीरता से सोचना चाहिए। हम छात्रों के स्वास्थ से कोई समझौता नही कर सकते।