नई शराब नीति बंद हो, जबलपुर में महिला उत्पीड़न निवारण प्रकोष्ठ बनाने कि मांग

प्रदेश सरकार की नई शराब नीति का विरोध शुरू हो गया है। इसी क्रम में कांग्रेस की ओर से जिला महिला उत्पीड़न निवारण प्रकोष्ठ के बैनर तले मंख्यमंत्री के नाम एक पत्र सौंपा गया।

इस पत्र के माध्यम से महिला उत्पीड़न निवारण प्रकोष्ठ बनाए जाने की मांग की गई है।

शहर कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष जगत बहादुर सिंह अन्नू के नेतृत्व में कलेक्टर कार्यालय पहुंची महिला नेत्रियों ने जिला प्रशासन के अधिकारियाें से मुलाकात की। इस दौरान उन्हें मुख्यमंत्री के नाम सौंपे गए पत्र के माध्यम से अवगत कराया गया कि नई शराब नीति से जहां शराब पीने के चलन को प्रोत्साहन मिलेगा वहीं इससे महिलाओं पर अत्याचार की घटनाएं बढेंगी। इसलिए नई शराब नीति को वापस लिया जाए और महिलाओं को अत्याचार से बचाने के लिए महिला उत्पीड़न निवारण प्रकोष्ठ की स्थापना की जाए। इस अवसर पर शहर महिला कांग्रेस अध्यक्ष रेखा विनोद जैन, शोभा उपाध्याय, अनीता शुक्ला, पूनम खत्री, देवकी पटैल, सीमा तिवारी, रूचि दुबे, कमला चौहान, रेखा चौहान, सविता सिंह, वीणा सिंह सहित अनेक महिलाएं उपस्थित रहीं।

युवा शिवसेना ने भी जताया विरोध : प्रदेश सरकार की नई शराब नीति का युवा शिवसेना ने भी विरोध किया। उसकी ओर से मांग की गई है कि नई शराब नीति को वापस लिया जाए। साथ ही शराब दुकानों और अहातों को रहवासी क्षेत्रों से बाहर स्थानांतरित कराया जाए। इस मौके पर कन्हैया तिवारी, शैलेन्द्र बारी, रामकुमार, यश स्वामी, टिंकू पिल्ले, गजानंद गुप्ता, मुकेश पटैल, राजदीप कौर, सदा स्वामी, अमरदेव यादव, रोशन आनंद, तरुण महावर, रवि बेन, ऋतिक बेन, दीपक रघुवंशी, हीरालाल सहित अनेक कार्यकर्ता उपस्थित रहे।

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