उज्जैन । शनिवार को राष्ट्रीय सफाई कर्मचारी आयोग के अध्यक्ष श्री एम.वेंकटेसन ने बृहस्पति भवन के सभाकक्ष में उज्जैन के सफाई कर्मचारियों के साथ बैठक की। उन्होंने बैठक में सफाई कर्मचारियों की समस्याएं सुनी और कहा कि सभी समस्याओं के निराकरण के लिये आयोग द्वारा आवश्यक कदम उठाये जायेंगे।
श्री वेंकटेसन ने बैठक में कहा कि सफाई कर्मचारियों के लिये राष्ट्रीय स्तर के आयोग का गठन करने पर सफाई मित्रों को जो सम्मान मिला है, उसके लिये वे प्रधानमंत्री को बधाई देते हैं। उन्होंने बताया कि उनके माता-पिता भी सफाई कर्मचारी हैं। इसलिये वे सफाई कर्मचारी की समस्याओं को भलीभांति समझते हैं।
बैठक में सबसे पहले अस्थाई कर्मचारियों और उसके पश्चात स्थाई कर्मचारियों ने अपनी समस्याएं अध्यक्ष से साझा की। अस्थाई कर्मचारियों ने कहा कि उन्हें भुगतान कम दिया जाता है तथा वेतन समय पर नहीं मिलता है। इसके अलावा अवकाश पर होने पर उस दिन का वेतन काटा जाता है। इस पर अध्यक्ष ने कहा कि वेतन बढ़ाने के लिये वे राज्य सरकार से चर्चा करेंगे और अगले माह से पांच तारीख तक सफाई कर्मचारियों के खाते में वेतन आ जायेगा। अगर उन्हें पांच तारीख तक वेतन न मिले तो वे आयोग को एक शिकायती पत्र लिखें। इस पर कार्यवाही की जायेगी।
एक अन्य कर्मचारी ने कहा कि काफी समय से वे इस कार्य को कर रहे हैं, लेकिन कई कर्मचारियों को अभी तक निगम द्वारा स्थाई नहीं किया गया है। इस पर श्री वेंकटेसन ने कहा कि स्थाई करने के लिये वे मुख्यमंत्री से इस बारे में चर्चा करेंगे और शीघ्र ही समस्या का निराकरण किया जायेगा। उन्होंने सभी कर्मचारियों से अपील की कि वे उनके प्रोविडेंट फण्ड में नामिनी का नाम अपडेट कर लें और एक माह के अन्दर ईएसआई कार्ड (बीमा कार्ड) निगम द्वारा समस्त कर्मचारियों को बनाकर दिया जाये। बीमा कार्ड होने से बीमा अस्पताल में सफाई कर्मचारियों का उपचार हो सकेगा।
श्री वेंकटेसन ने कहा कि सभी सफाई कर्मचारी प्रधानमंत्री द्वारा प्रारम्भ पीएम बीमा योजना के तहत 12 रुपये का बीमा अवश्य करवायें तथा बैंक में जाकर केव्हायसी अपडेट करें। इससे उन्हें दो लाख रुपये का सालाना बीमा मिल सकेगा। नगर पालिक निगम सफाई कर्मचारियों की संख्या तथा इनमें से कितने लोगों ने केव्हायसी फार्म भरा है, उनकी रिपोर्ट आयोग को प्रेषित करे। स्वास्थ्य विभाग द्वारा हर तीन महीने में एक बार सफाई कर्मचारियों का मेडिकल चेकअप कैम्प लगाकर आयोजित किया जाये।
कई सफाई कर्मचारियों द्वारा शिकायत की गई कि वे अवकाश पर जाते हैं तो उन्हें उस दिन का वेतन नहीं मिलता। इस पर श्री वेंकटेसन ने कहा कि अगले महीने से सफाई कर्मचारियों को चार दिन का सवेतन अवकाश दिया जायेगा। यदि ऐसा नहीं हो तो वे इसकी शिकायत आयोग को कर सकते हैं।
श्री वेंकटेसन ने महिला कर्मचारियों से कहा कि उन्हें काम करने के दौरान किसी प्रकार की कोई परेशानी तो नहीं है। कोई यौन उत्पीड़न का प्रकरण, जातिवाद, जातिसूचक शब्द का इस्तेमाल सम्बन्धी कोई मामला तो नहीं है। इस पर जानकारी दी गई कि उज्जैन में ऐसा कोई भी प्रकरण नहीं है। श्री वेंकटेसन ने कर्मचारियों से पूछा कि उन्हें समय-समय पर मास्क, ग्लब्स और सर्दी के मौसम में स्वेटर दिये जाते हैं अथवा नहीं। इस पर जानकारी दी गई कि नियमानुसार केवल स्थाई कर्मचारियों को दिये जाते हैं।
श्री वेंकटेसन ने बैठक में स्थाई कर्मचारियों मेट, दरोगा आदि से एनएसकेएफडीसी के बारे में जानकारी ली। उन्होंने कहा कि कर्मचारियों को इसके बारे में पता है अथवा नहीं। इसमें कर्मचारियों को कैम्प लगाकर लोन दिये जाते हैं। ऐसे कैम्प समय-समय पर लगाये जायें, ताकि कर्मचारियों को इससे फायदा मिले।
एक स्थाई कर्मचारी ने कहा कि उन्होंने कोरोनाकाल में निरन्तर काम किया। वे बीमार हो गये थे। अत: शासन की ओर से कर्मचारियों के उपचार में सहयोग उपलब्ध कराया जाये। इस पर श्री वेंकटेसन ने कहा कि वे इस सम्बन्ध में राज्य सरकार से चर्चा करेंगे।
बैठक में उज्जैन जिले की नगर पालिकाओं के सीएमओ आये थे, परन्तु वहां के सफाई कर्मचारी मौजूद नहीं थे। इस पर अध्यक्ष श्री वेंकटेसन ने सभी सीएमओ के प्रति नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि उन्होंने स्थानीय सफाई कर्मचारियों को इसकी सूचना क्यों नहीं दी। यह उचित नहीं है। वे मुख्य सचिव से इस सम्बन्ध में शिकायत करेंगे।
सफाई कर्मचारी युनियन के प्रतिनिधियों ने बैठक में अध्यक्ष से कहा कि सन 1963 से लेकर वर्तमान तक उज्जैन में मात्र 456 स्थाई कर्मचारी है। जो अस्थाई कर्मचारी काफी समय से निगम में कार्य कर रहे हैं, उन्हें स्थाई किया जाये। निगम में पदों की वृद्धि की जाये। सफाई कर्मचारियों की पदोन्नति की जाये। कर्मचारियों को मकान का मालिकाना हक दिया जाये। ठेकेदार प्रथा को समाप्त किया जाये। अनुकंपा नियुक्ति की प्रक्रिया को सरलीकृत किया जाये। इस पर अध्यक्ष श्री वेंकटेसन ने कहा कि सभी समस्याओं पर उनके द्वारा राज्य सरकार से बात की जायेगी और इनका निराकरण करने का प्रयास किया जायेगा। उन्होंने कहा कि उनके द्वारा हर तीन माह में कर्मचारियों के साथ बैठक की जायेगी।
बैठक में एडीएम श्री संतोष टैगोर, एएसपी श्री अमरेंद्र सिंह, नगर पालिक निगम आयुक्त श्री अंशुल गुप्ता, उपायुक्त, अपर आयुक्त, सामाजिक न्याय एवं नि:शक्तजन कल्याण विभाग के प्रभारी अधिकारी श्री साबिर अहमद सिद्धिकी, सीएमएचओ डॉ.संजय शर्मा, नगर पालिक निगम के समस्त झोनल आफिसर, नगर पालिकाओं के सीएमओ और सफाई कर्मचारी मौजूद थे।