मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से एक दिल को झकझोर देने वाली घटना सामने आई है। जहां 6वीं क्लास के एक बच्चे ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। दुखद बात यह है कि जिस वक्त यह घटना घटी उस दौरान घर में कोई नहीं था।
पिता काम से बाहर गए थे, तो मां बेटी के साथ उसकी परीक्षा की आंसरसीट जमा करने के लिए उसके स्कूल गई थीं। वह लौटी तों उनका जिगर का टुकड़ा फंदे से लटका मिला। अपने मासूम को इस तरह देखकर उनके होश उड़ गए। इस घटना ने हर किसी को हिलाकर रख दिया है, वहीं बच्चे के पिता ने रोते हुए सभी माता-पिता से एक ही अपील की है।
मां से कहा-मेरे लिए बाजार से कुछ खाने में लाना…
दरअसल, यह दुखद घटना भोपाल के एकतापुरी कॉलोनी, अशोका गार्डन इलाके की है। जहां सोमवार को यहां के रहने वाले फोटोग्राफर अक्षत सिंह के 10 साल के बेटे रुद्राक्ष ने यह कदम उठा लिया। अक्षत सिंह सुबह ड्यूटी पर गए थे, जबकि उनकी पत्नी स्नेहलता और 16 साल की बेटी भी घर पर नहीं थीं। शाम को रुद्राक्ष ने पिता को फोन लगाया और मां के बारे में पूछा, फिर मां को फोन कर उनसे कहा मेरे लिए खाने में बाजार से कुछ अच्छा लेकर आना। मासूम के लिए मां ने बाजार से कुछ खरीदा और घर पहुंची तो वह दुनिया को अलविदा कह चुका था।
पिता ने हाथ जोड़कर सभी से की एक विनती
इस पूरे मामले में बिलखते हुए पिता अक्षत सिंह ने सभी से हाथ जोड़कर यही कहा कि मैं आप लोगों से विनती करता हूं, कभी अपने बच्चों को घर में अकेला नहीं छोड़ना। क्योंकि बच्चे घर में टीवी पर क्राइम के सीरियल देखकर नया-नया एक्सपेरिमेंट करने लगते हैं। जिसका परिणाम यह होता है कि वह ऐसे खतरनाक कदम उठा लेते हैं। इसलिए मैं नहीं चाहता हूं कि जो गलती हमने की है वह आप करें। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि उनका बेटा मोबाइल पर कोई गेम नहीं खेलता था। वह सिर्फ ऑनलाइन क्लास के लिए मोबाइल का यूज करता था। लेकिन समझ नहीं आ रहा है कि उसने ऐसा क्यों कर लिया। हो सकता है कभी क्राइम सीरियल देखा हो और खेल-खेल में वही करने लगा हो।
मासूम ने पंखे से फंदा बनाने के लिए की ये जुगाड़
बता दें कि बच्चे ने यह आत्महत्या सीलिंग फैन से लटकर की है। उसने पंखे में फंदा लगाने के लिए पलंग के ऊपर करीब डेढ़ फीट ऊंची टेबल रखी। टेबल पर चढ़कर उसने मां के ही दुपट्टे का फंदा पंखे में बनाया और झूल गया। क्योंकी जमीन से पंखे की दूसरी कम से कम दस फीट थी। पलंग को खिसकाया और उस पर टेबिल रखी फिर यह कदम उठा लिया।