महाकालेश्वर मंदिर में महाशिवरात्रि की तैयारियां अब जोरशोर से शुरू हो गई हैं। 21 फरवरी से शिव नवरात्र शुरू हो जाएगा। 1 मार्च की रात महाशिवरात्रि का महापूजन होगा। 2 मार्च को तड़के भगवान महाकाल को सेहरा चढ़ेगा तथा सेहरा दर्शन के बाद दिन में भस्मआरती होगी।
महाकालेश्वर में महाशिवरात्रि शिव नवरात्र से शुरू हो जाएगी। इसके पहले पूरे मंदिर की रंगाई-पुताई, सुधार कार्य तथा साज-सज्जा का काम शुरू हो गया है। मंदिरों के शिखर और परिसर का रंगरोगन किया जा रहा है। टूट-फूट सुधारी जा रही है। परिसर के सभी मंदिरों को सजाया-संवारा जा रहा है। परिसर की सफाई की जा रही है। महाशिवरात्रि पर देशभर से आने वाले श्रद्धालुओं की दर्शन व्यवस्था के लिए मंदिर प्रबंध समिति भी तैयारी में जुटी है।
विशेष दर्शन व्यवस्था तय करेंगे
मंदिर समिति के सदस्य पं. आशीष गुरु के अनुसार मंदिर के आसपास निर्माण कार्यों के चलते महाशिवरात्रि पर श्रद्धालुओं को किसी तरह की असुविधा न हो इसके लिए विशेष दर्शन व्यवस्था तय की जाएगी। मंदिर में नवरात्र में रोज भगवान के विशेष शृंगार होंगे। पुजारी प्रदीप गुरु के अनुसार मंदिर परिसर में नवरात्र के दिनों में भगवान का नित्य शृंगार पूजन होगा। भगवान के राजसी स्वरूप के दर्शन के लिए देशभर से श्रद्धालु आएंगे।
ज्योतिषविद् अर्चना सरमंडल के अनुसार 21 फरवरी से शिव नवरात्र शुरू होगा। 1 मार्च को महाशिवरात्रि का महापर्व मनाया जाएगा। नवरात्र में रोज भगवान का एकादश एकादशमी अभिषेक शिव नवरात्र में प्रतिदिन सुबह नैवेद्य कक्ष में चंद्रमौलेश्वर का पूजन, कोटेश्वर महादेव का अभिषेक और इसके महाकालेश्वर गर्भगृह में एकादश एकादशमी अभिषेक किया जाएगा।
अपराह्न 3 बजे से भगवान का विशेष पूजन, शृंगार होगा। महाशिवरात्रि पर रात में भगवान का महापूजन किया जाएगा। तड़के सेहरा सजेगा। सुबह श्रद्धालु सेहरा दर्शन करेंगे। इसके बाद सेहरा उतार कर भस्मआरती की जाएगी।