गुप्त नवरात्रि पर इंदौर के मंदिरों में होंगे अनुष्ठान, हर दिन होगी देवी के अलग स्वरूपो की आराधना

माघ माह में आने वाली गुप्त नवरात्र बुधवार से शुरू हो रही है। यह नवरात्र गृहस्थों के साथ ही तंत्र-मंत्र और यंत्र के साधकों के लिए भी विशेष महत्व रखती है।

वर्ष की कुल चार नवरात्र में से माघ और आषाढ़ माह में आने वाली नवरात्र गुप्त नवरात्र कहलाती है। इस बार तिथियों की घट-बढ़ के बावजूद यह नवरात्र पूरे नौ दिन की होगी और हर दिन देवी के अलग-अलग स्वरूप की आराधना की जाएगी।

विद्वानों के अनुसार चैत्र और अश्विन माह की नवरात्र प्रकट नवरात्र मानी जाती है और माघ तथा आषाढ़ माह की नवरात्र गुप्त नवरात्र की श्रेणी में आती है। इस दौरान शहर के देवी मंदिरों में तो धार्मिक अनुष्ठान होंगे ही, साथ ही अन्य मंदिरों में भी विशेष पूजा होगी। कैट रोड स्थित श्री हरिधाम में 35 वैदिक विद्वान हनुमानजी का पांच लाख मंत्रों का जाप करेंगे। यह जाप महंत शुकदेवदास महराज के सान्निध्य में होगा। ट्रस्ट के अध्यक्ष बालकृष्ण छावछारिया, रमेश मंगल, मुकेश ब्रजवासी व प्रवीणा अग्निहोत्री ने बताया कि यह अनुष्ठान 2 से 11 फरवरी तक जारी रहेगा। सुबह 9 बजे से हनुमान जी का अभिषेक व पूजन होगा। सुबह 10 बजे से जप अनुष्ठान और शाम 5 बजे से हवन होगा। खजराना स्थित काली मंदिर में नवरात्र में नौ रात तक रात्रि अनुष्ठान किया जाएगा। इसके अलावा प्रतिदिन मां महाकाली का अभिषेक-पूजन और विशेष श्रृंगार भी किया जाएगा।

अलग-अलग उद्देश्य से होगी देवी आराधना – खजराना स्थित काली मंदिर के पुजारी गुलशन अग्रवाल के अनुसार इस नवरात्र में प्रतिपदा व द्वितीया दोनों ही तिथि 2 फरवरी को होगी। प्रतिपदा तिथि सुबह 8.34 बजे तक रहेगी और उसके बाद द्वितीया तिथि आरंभ होगी। द्वितीया तिथि 3 फरवरी को सुबह 6.16 बजे तक रहेगी। तिथि में वृद्धि होने से अष्टमी तिथि 8 व 9 फरवरी को रहेगी। ज्योतिर्विद विनायक तिवारी के अनुसार गुप्त नवरात्र में तंत्र साधक विशेष तौर पर दश महाविद्याओं काली, तारा, त्रिपुरसुंदरी, भुवनेश्वरी, छिन्नमस्ता, त्रिपुरभैरवी, धूमावती, बगलामुखी, मातंगी और कमला की पूजा करते हैं तो सामान्य साधक शैलपुत्री, ब्रह्मचारिणी, चंद्रघंटा, कुष्मांडा, स्कंदमाता, कात्यायिनी, कालरात्रि, महागौरी और सिद्धिदात्री की पूजा करते हैं।

श्रीविद्याधाम में प्रकाशोत्सव आज से, नौ दिन तक होंगे अनुष्ठान – एरोड्रम रोड स्थित श्रीविद्याधाम का 27वां प्रकाशोत्सव 2 से 10 फरवरी तक मनाया जाएगा। हर दिन मां दुर्गा और ललिता त्रिपुरसुंदरी का विशेष श्रृंगार किया जाएगा। गुप्त नवरात्र के पहले दिन सुबह 9 बजे से सग्रहमख श्री शिवशक्ति महायज्ञ शुरू होगा। 8 फरवरी को नौका विहार और 9 को महाष्टमी पर शाम 5 बजे शोभायात्रा निकाली जाएगी। 10 फरवरी को मंदिर में पुष्प बंगला सजाया जाएगा। मंदिर के पं. दिनेश शर्मा और राजेंद्र महाजन ने बताया कि गुप्त नवरात्र में पहले दिन बुधवार को मां ललिता पराम्बा का मां वैष्णवी के रूप में, गुरुवार को ब्रह्मचारिणी, शुक्रवार को शाकंभरी, शनिवार को त्रिपुर सुंदरी, रविवार को शारदा, सोमवार को राजराजेश्वरी, मंगलवार को माहेश्वरी, दूसरे बुधवार को अन्नपूर्णा और दूसरे गुरुवार को ललिताम्बा के रूप में श्रृंगार किया जाएगा।

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