जिले के तहसील खिरकिया के ग्राम बड़नगर निवासी श्री राजेश सारण सिंचाई का साधन न होने के कारण परंपरागत तरीके से खेती कर किसी तरह जीवकोपार्जन कर रहे थे। परम्परागत खेती के कारण उनकी आर्थिक स्थिति ठीक नहीं थी। राजेश को उद्यानिकी विभाग के अधिकारियों ने प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना के अंतर्गत ड्रिप संयंत्र स्थापना के लिये सहायता मिलने की योजना के बारे में बताया तो वह तुरन्त तैयार हो गया। राजेश ने उद्यानिकी विभाग में जाकर उक्त सुविधा का लाभ लेने के लिए आवेदन कर दिया और कुछ ही दिन में उनका प्रकरण स्वीकृत भी हो गया, जिससे उनके खेत में ड्रिप संयंत्र सुविधा उपलब्ध हुई। किसान राजेश बताते है कि पहले परम्परागत खेती करते थे तो उतनी आय नहीं होती थी, जितनी अब उद्यानिकी फसल लेने के बाद होती है। उन्होने बताया कि उद्यानिकी फसल के साथ-साथ ड्रिप पद्धति से सिंचाई की तो खेत में बम्पर उत्पादन हुआ और आय लगभग डेढ़ गुना बढ़ी है, जिससे परिवार में समृद्धि आई है और घर में सभी लोग बहुत प्रसन्न है।