शहर में मप्र शिक्षा बोर्ड द्वारा ली जा रही परीक्षा की शुरुआत 107 परीक्षा केंद्रों पर हुई। जिसमें 19814 परीक्षार्थी शामिल हो रहे हैं।
पहला पेपर अंग्रेजी विषय का रहा। परीक्षार्थियों को दिए गए निर्देशों का पालन करते हुए परीक्षा केंद्रों पर सुबह 8:30 बजे से ही परीक्षार्थियों का पहुंचना शुरू हो गया था। लेकिन फिर भी कई परीक्षार्थी विलंब से केंद्रों पर पहुंचते रहे। परीक्षा केंद्रों में रोल नंबरों को जिन कक्ष क्रमांकों में बांटा गया था उनकी जानकारी के लिए गेट पर ही एक स्टाफ सदस्य ने मौजूद रहकर परीक्षार्थी को दे रहा था। कुछ केंद्रों में माइक पर भी कक्ष क्रमांक का अनाउंसमेंट किया जाता रहा। परीक्षा केंद्रों पर पहुंचते ही सबसे पहले परीक्षार्थी का थर्मल स्कैनर से परीक्षण हुआ, हाथों को सेनिटाइज किया गया फिर केंद्र में प्रवेश दिया गया।
बारहवीं बोर्ड परीक्षाओं के लिए एक दिन पूर्व ही परीक्षा केंद्रों पर तैयारियां पूरी कर ली गईं थी। परीक्षा कक्ष में पहुंचने के बाद 9:50 पर परीक्षार्थियों को उत्तर पुस्तिका प्रदान की गई। इसके बाद 9:55 पर प्रश्न पत्र बांटा गया और दस बजे परीक्षा शुरू हुई। परीक्षा केंद्रों पर पहुंचने वाले अधिकांश विद्यार्थी तो प्रवेश पत्र लाए थे लेकिन लगभग सभी केंद्रों पर कुछ परीक्षार्थी ऐसे रहे जो प्रवेश पर भूल कर आ गए थे। केंद्र की तरफ से उन्हें फोन दिया गया और घर फोन करके प्रवेश पत्र मंगवाने के लिए कहा गया। प्रवेश पत्र के साथ ही परीक्षार्थियों को टीकाकरण प्रमाणपत्र भी साथ में लाना था। लेकिन काफी परीक्षार्थी टीकाकरण प्रमाण पत्र भूलकर आ गए थे। ऐसे परीक्षार्थियों को अगले प्रश्नपत्र में टीकाकरण प्रमाणपत्र अवश्य लाने कहा गया। केंद्रों पर पहुंचने वाले लगभग सभी परीक्षार्थी मास्क लगाकर पहुंचे जो मास्क नहीं लगाए थे उन्हें केंद्र द्वारा दिया गया।
परीक्षा में स्वध्यायी विद्यार्थी भी शामिल हुए। जिनके लिए माडल हाई स्कूल परीक्षा केंद्र बनाया गया था। लेकिन लापरवाही के कारण कई परीक्षार्थी एमएलबी स्कूल पहुंचे। वहां जाकर उन्हें पता चला कि माडल स्कूल केंद्र है। माडल में करीब 500 स्वध्यायी परीक्षार्थियों के लिए केंद्र बनाया गया। दसवीं कक्षा के स्वध्यायी विद्यार्थियों के लिए भी माडल स्कूल ही केंद्र है।
परीक्षा केंद्रों पर काेरोना संक्रमित विद्यार्थियों के लिए अलग से एक कक्ष बनाया गया है लेकिन सुबह थर्मल स्कैनिंग के बाद अभी तक कोरोना संक्रमित परीक्षार्थी के केंद्र पहुंचने की कोई सूचना नहीं है। परीक्षा केंद्रों में नकल रोकने के लिए हर केंद्र पर कैमरा लगाया गया है जिससे निगरानी की जा सके। इसके साथ ही उड़नदस्ता दलों का गठन भी किया गया है। जिनके द्वारा केंद्रों पर पहुंचकर निरीक्षण किया गया।