बुरहानपुर में एक पति ने अनोखे अंदाज में अपनी पत्नी के बर्थडे पर उसे यादगार गिफ्ट दिया। आपने ये कहावत तो सुनी ही होगी, कि बूंद बूंद से घड़ा भरता है। इसी तर्ज पर दूध की डेयरी पर काम करने वाले पति ने 5 साल में 50 हजार रुपए की चिल्लर जमा की और उसी चिल्लर से स्कूटर खरीदकर पत्नी को गिफ्ट किया। अपने पति का ये प्यार देखकर पत्नी के आंखों से खुशी के आंसू बह निकले।
शुक्रवार को दीपक घोड़से की पत्नी भारती का जन्मदिन था। दीपक ने जमा किए गए सिक्कों को बोरियों में भरा और कंधे पर उठाकर बाइक शोरूम पहुंच गया। इतने सिक्के देखकर शोरूम संचालक समेत सभी लोग हैरान रह गए। शोरूम संचालक ने पहले तो सिक्कों के बदले स्कूटर देने से मना किया, लेकिन जब उसे दीपक की पत्नी के प्रति प्रेम की कहानी पता चली, तो उसने स्कूटर की चाबी सौंप दी। पति के इस अनोखे गिफ्ट को पाकर पत्नी की आंखें भी खुशी से नम हो गई।
पत्नी को नहीं था कुछ भी पता
दीपक ने संचालक को बताया कि पत्नी को स्कूटर गिफ्ट करने के लिए पांच साल से चिल्लर जमा कर रहा था। पांच बोरियों में करीब 50 हजार रुपए हैं। पत्नी को इस बारे में कुछ भी पता नहीं है। यदि आप चिल्लर लेकर गाड़ी देने को कहेंगे तो उसे शोरूम लेकर आऊंगा। किशोर के हां कहते ही दीपक खुशी-खुशी पत्नी को लेकर शोरूम आया और अपना सपना उसे गिफ्ट कर दिया।
चिल्लर गिनने में 2 घंटे लगे
दीपक ने बताया कि वह दूध डेयरी पर काम करता है। इसके अलावा घर-घर दूध भी बांटता है। इस दौरान रोजाना उसे जो चिल्लर मिलते थे, उसमें से बचत वाले सिक्के वो जमा कर लेता था। दीपक ने कहा कि पांच सालों से चिल्लर जमा कर रहा हूं। शोरूम संचालक किशोर कामठे ने बताया दीपक पांच बोरी चिल्लर लेकर आया था। उसकी कहानी सुन उसे स्कूटर की चाबी सौंपी। उसने प्लास्टिक की थैली में चिल्लर पैक करके रखे थे। 6 कर्मचारियों ने करीब 2 घंटे में चिल्लर गिनी। दीपक के पास एक, दो, पांच और 10 रुपए के सिक्के थे।
जीवन भर याद रहेगा यह गिफ्ट
स्कूटर की चाबी पाने के बाद पत्नी की खुशी का भी ठिकाना नहीं रहा। भारती ने कहा – पति को चिल्लर जमा करते तो देखती थी, लेकिन पूछने पर भी उन्होंने कभी नहीं बताया कि वे चिल्लर क्यों जमा कर रहे हैं। शुक्रवार को वे आए और बोरी में चिल्लर भरकर ले गए। कुछ देर बाद आए और कहा- मेरे साथ चलो। जब मैं शोरूम पहुंची तो मुझे सब समझ आ गया। आज का दिन मेरे जीवन का सबसे यादगार दिन है। हमेशा यह गिफ्ट याद रहेगा।