उज्जैन। महर्षि पाणिनि संस्कृत एवं वैदिक विश्वविद्यालय उज्जैन, अक्षरवार्ता अंतरराष्ट्रीय शोध पत्रिका एवं कृष्ण बसंती संस्था द्वारा संयुक्त रूप से उज्जैन में कालिदास अकेडमी सभागार में राष्ट्रीय संगोष्ठी सह व्याख्यान संपन्न हुए। यह संगोष्ठी इक्कीसवीं सदी का भारत : उपलब्धि चुनौतियां एवं समाधान (संस्कृति, चिकित्सा, साहित्य, चिंतन और समाज के परिप्रेक्ष्य में) विषय पर अभिकेन्द्रित थी।
संगोष्ठी के उद्घाटन समारोह के मुख्य अतिथि के रूप में इंदिरा गांधी नेशनल ओपन विश्वविद्यालय नई दिल्ली के कुलपति प्रोफेसर नागेश्वर राव उपस्थित थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता वैदिक विश्वविद्यालय उज्जैन के कुलपति प्रो. सीजे विजय कुमार मेनन ने की। विशिष्ट अतिथि विक्रम विश्वविद्यालय उज्जैन के कुलानुशासक प्रो. शैलेंद्र शर्मा थे। संगोष्ठी एवं अवगत अवार्ड की संकल्पना डॉ. मोहन बैरागी ने प्रस्तुत की। कार्यक्रम में हरियाणा के डाक्टर प्रदीप कोहली को शोध के क्षेत्र में बेहतरीन कार्यों के लिए राष्ट्रीय अवगत अवार्ड-2022 से सम्मानित किया गया। डॉक्टर प्रदीप कोहली हरियाणा के हिसार जिले के हांसी तहसील के गाँव ढाणी कुतुबपुर से आते हैं तथा गुर्जर समाज से संबंध रखते हैं। वह गाँव के पहले पीएचडी डिग्री धारक हैं तथा जुझारू छात्र नेता रहे हैं। हरियाणा के मजबूत छात्र नेताओं में वो शुमार रहे हैं। युवाओं तथा छात्र हितों के लिए अनेक आंदोलन उन्होंने किए हैं। परिवार में उनसे बड़ी उनकी बहन अंग्रेजी लैक्चर हैं। पिता सेवानिवृत्ति के बाद किसानी करते हैं तथा अपने समय के नामी पहलवान रहे हैं और माता गृहणी हैं। पत्नी बीएससी, एमएएसी, बीएड हैं।