संयुक्त संचालक कार्यालय के अधिकारी जांच कर रिपोर्ट पेश करेंगे
संभाग के सबसे बड़े जिला अस्पताल और चरक अस्पताल में हाउस कीपिंग व सिक्युरिटी का ठेका वर्ष 2017-18 में गोविंद मार्केटिंग प्रालि को दो साल के लिए दिया गया था, जो कि एक्सटेंशन के नाम पर हर बार बढ़ाते हुए ठेके का संचालन पांच साल से हो रहा है। जिला अस्पताल प्रशासन की ओर से ठेका कंपनी को अब तक करीब 45 लाख का भुगतान भी किया जा चुका है।
मामले में अब भोपाल से जांच बैठा दी गई है, जिसमें संयुक्त संचालक कार्यालय से जांच की जा रही है। इसमें अब तक कितनी बार ठेके की समयावधि बढ़ाई गई, अब तक कितना भुगतान किया गया आदि पर जांच होगी और रिपोर्ट भोपाल भेजी जाएगी। इसके बाद संबंधित अधिकारियों व कर्मचारियों पर कार्रवाई तय होगी।
नियम के तहत अधिकतम दो साल की समयावधि पूरी होने के बाद नया ठेका किया जाना होता है। ठेका कंपनी ने स्वास्थ्य विभाग भोपाल में बैठे अधिकारियों से सांठ-गांठ कर अवधि पूरी होते ही एक्सटेंशन के नाम पर ठेके की अवधि कभी चार माह तो कभी छह माह बढ़वा ली। केंद्रिय कृत व्यवस्था के तहत ठेका किए जाने के नाम पर भी अवधि बढ़ाई जाती रही।
इसमें भोपाल से जिला अस्पताल प्रशासन को आदेश जारी करवाए जाते रहे कि नया ठेका होने तक पूर्व अनुबंध के तहत ही ठेका का संचालन जारी रखा जाए। अस्पताल प्रशासन भी कार्रवाई करने की बजाए भोपाल से मार्गदर्शन के नाम पर पत्राचार की नौटंकी करता रहा। यह सब खेल स्थानीय प्रशासन, ठेका कंपनी और भोपाल में बैठे अधिकारी मिलकर करते रहे।
अस्पताल में हाउसकिपिंग ठेके के ऐसे हाल हैं कि साफ-सफाई के लिए ठेका कंपनी की ओर से पर्याप्त कर्मचारी उपलब्ध नहीं करवाए जा रहे हैं। कर्मचारियों को समय पर वेतन भी नहीं दिया जा रहा है। ऐसे में अस्पताल की सफाई व्यवस्था गड़बड़ा गई है और यहां पर संक्रमण का खतरा बढ़ गया है।
अस्पताल परिसर में कचरे के ढेर लगे हुए हैं। बदलते मौसम में अस्पताल आने वाले मरीजों और उनके परिजनों तथा अस्पताल स्टॉफ में संक्रमण फैल सकता है। भोपाल से जांच के आदेश होने के बाद अब अस्पताल प्रशासन नए टेंडर की प्रक्रिया कर खुद को बचाने की कोशिश में जुटा है।
सिक्युरिटी नाममात्र की, आए दिन हो रही अस्पताल में चोरी
सिक्युरिटी के भी ऐसे ही हाल है यहां पर सुरक्षा के नाम पर दो-तीन कर्मचारी रख दिए हैं जो कि सुरक्षा पर फोकस नहीं करते हैं। यही वजह है कि यहां पर चोरी की घटनाएं आए दिन होती रहती है। अस्पताल में संचालित लिफ्ट भी बंद पड़ी है। ऐसे में मरीजों और उनके परिजनों को परेशानी हो रही है।
भोपाल से पत्राचार किया है
भोपाल से जारी आदेश के तहत नया ठेका होने तक पूर्व अनुबंध के तहत ही ठेका का संचालन जारी रखा गया है। अस्पताल प्रशासन की ओर से आगे के लिए भोपाल से मार्गदर्शन लिए जाने के लिए पत्राचार किया है।
डॉ.पीएन वर्मा, प्रभारी सिविल सर्जन
ठेके का संचालन विभाग के आदेश के तहत ही किया जा रहा है। नया ठेका होने तक हमारी ठेका कंपनी को ही कार्य देखना है। आदेश के पालन में कार्य कर रहे हैं। भोपाल से जांच बैठाए जाने के बारे में जानकारी नहीं है।
संजय अग्रवाल, डायरेक्टर, यश गोविंद मार्केटिंग प्रालि