महाशिवरात्रि के अगले दिन भगवान महाकाल दूल्हे के रूप में दर्शन देते हैं. बुधवार को जब भगवान का सेहरा सजाया गया तो भक्तों में गजब का उत्साह देखने को मिला। भगवान महाकाल की दोपहर में भस्म आरती होगी। उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर में महाशिवरात्रि पर्व के अगले दिन सुबह भस्मारती नहीं होती है। राजाधिराज भगवान महाकाल का सेहरा सजाया जाता है। बुधवार को जब भगवान महाकाल का सेहरा सजाया गया तो उनके अद्भुत दर्शन हुए।
आज महाकालेश्वर मंदिर में भगवान महाकाल की झलक पाने के लिए भक्तों की भीड़ उमड़ रही है। वर्ष भर तक महाकालेश्वर मंदिर में सुबह 4 बजे भस्म आरती होती है, मगर महाशिवरात्रि के अगले दिन जब भगवान का सेहरा सजाया जाता है, तो इस दिन दोपहर 12 बजे भस्म आरती की जाती है। दोपहर में होने वाली भस्म आरती में भी हजारों की संख्या में भक्त शामिल होते हैं।
भस्म आरती के पहले लुटाया जाता है सेहरा
महाकालेश्वर मंदिर में भस्म आरती के पहले भगवान का सेहरा लुटाया जाता है। जब फूल और बेलपत्र को श्रद्धालुओं के बीच उछाला जाता है तो सेहरा लूटने की होड़ मच जाती है। पंडित संजय गुरु के मुताबिक श्रद्धालु चेहरे के फूल अपने तिजोरी में रखते हैं, इससे वर्ष भर तिजोरी में बरकत रहती है। इसके अलावा कई लोग धान के बीच भी फूलों को रखते हैं ताकि मां अन्नपूर्णा का आशीर्वाद उन पर बना रहे।
आज भी महाकाल मंदिर में अतिरिक्त सुरक्षा इंतजाम
उज्जैन एसपी सत्यद्र कुमार शुक्ल ने बताया कि बुधवार को भी महाकालेश्वर मंदिर में सुरक्षा के अतिरिक्त इंतजाम किए गए हैं। बुधवार रात शयन आरती के बाद मंदिर के पट बंद होंगे, जिसके बाद गुरुवार से फिर व्यवस्थाएं सामान्य हो जाएगी। आज रात तक मंदिर में अतिरिक्त सुरक्षा इंतजाम रहेंगे।