उज्जैन में मां अहिल्या देवी इंटरनेशनल एयर पोर्ट के एरिना में श्री महाकालेश्वर मंदिर की प्रतिकृति के साथ उज्जैन के सांस्कृतिक गौरव, राष्ट्रपति अवॉर्ड एवं अनेकों इंटरनेशनल, नेशनल अलंकरण से सम्मानित शिक्षक स्वामी मुस्कुराके, शैलेंद्र व्यास के चित्र को भी उकेरा गया है। स्वामी मुस्कुराके अपनी वेशभूषा के लिए हमेशा चर्चा में रहते है। शैक्षणिक, सांस्कृतिक, स्पोर्ट्स, सामाजिक, लेखन, अभिनय, नृत्य, हास्य-व्यंग्य आदि क्षेत्रों में वर्षों से क्रिया शील है और हर मोर्चे पर उन्होंने उज्जैन को पहचान दी है ।
महाकाल की सवारी में वेशभूषा पहने हुए फोटो को उकेरा गया
पेशे से सरकारी स्कूल के शिक्षक स्वामी मुस्कुराके 33 वर्षों से श्री महाकालेश्वर की श्रावण भादों मास की सवारी में भारतीय राजा, महाराजा की राजसी वेशभूषा पहनकर सवारी में निकलते है। व्यास की वेशभूषा और मेकअप के कारण शहर में उनकी अलग पहचान बन गई है। इसी वेशभूषा के माध्यम से भारतीय संस्कृति को देश-विदेश में बढ़ावा दिया। व्यास के घर में वेशभूषा का म्यूजियम भी है। स्वामी मुस्कुराके का सही मूल्याकन इंदौर के एयरपोर्ट पर वॉल पेंटिंग के माध्यम से हुआ है। स्वामी मुस्कुराके बॉडी बिल्डिंग खेल के अंतरराष्ट्रीय निर्णायक भी है।