यूक्रेन-रूस के बीच जारी जंग के बीच यूक्रेन में फंसे शिवपुरी के मेडिकल छात्र हिमांशु की बुधवार को वतन वापसी हुई। हिमांशु के शिवपुरी लौटने पर परिजनों की आंखों से खुशी के आसूं बह निकले। हिमांशु की वापसी पर रिश्तेदार जमकर थिरके और भारत माता की जय के नारे लगाए।
श्योपुर जेल में पदस्थ जेलर वीके मौर्य के पुत्र हिमांशु मौर्य ने बताया कि वह मेडिकल की पढ़ाई करने 6 महीने पहले यूक्रेन गया था। अचानक हुए रूस के हमले से वहां के हालात बिगड़ गए और वे सभी कॉलेज के बंकर में छिपे रहे। अंततः हिम्मत कर हम सभी 1064 छात्रों ने निकलने का मन बनाया, जिसके बाद वहां से निकलकर हंगरी पैदल स्टेशन पहुंचे। स्थानीय लोगों ने बाहर का रास्ता दिखा दिया। वहां से 40 किलोमीटर पैदल चलकर साईंकोटिया आए। जहां से वह रोमानिया पहुंचे।
रोमानिया से प्लेन से मंगलवार सुबह 7 बजे दिल्ली पहुंचे, जहां स्थानीय कैबिनेट मिनिस्टर ने उनका स्वागत किया। इस पूरे घटना क्रम में हिमांशु मौर्य ने सबसे डरावने पल को बताते हुए कहा कि वह जब रोमानिया बॉर्डर जाने के रेलवे स्टेशन पहुंचा तो उसके सामने मिसाइल अटैक हुआ। उसकी आंखों के सामने डरावना मंजर था। इस बीच एक फाइटर प्लेन ने बम गिरा दिए, जिसमें वह बहुत डर गया था।