राजधानी भोपाल में कर्मचारियों द्वारा नई पेंशन योजना का विरोध तेज हो गया है। रविवार को चिनार पार्क में कर्मचारी मंच इस योजना का विरोध करने के लिए प्रतीकात्मक शव यात्रा निकालने की जिद पर अड़ा हुआ है।
कर्मचारियों को रोकने के लिए पुलिस ने पार्क के आसपास भारी पुलिस बल की तैनाती कर दी है। मंच के अध्यक्ष अशोक पांडे का कहना है कि कर्मचारी अपनी मांग जोर-शोर से उठाएंगे। हमारी आवाज को दबाया नहीं जा सकता। हमें पुलिस रोक नहीं सकती। कर्मचारी शाम तक शहर के किसी न किसी हिस्से में नई पेंशन योजना की शव यात्रा जरूर निकालेंगे। बता दें कि सरकार ने पुरानी पेंशन को वर्ष 2005 में बंद कर दिया था। इस अवधि के बाद से शासकीय सेवा में आने और सेवानिवृत्त होने वाले पेंशनरों को नाममात्र की पेंशन मिलती है।
दरअसल, नई पेंशन योजना भले ही पुरानी हो गई हो, लेकिन इस पर नए सिरे से विरोध प्रदर्शन तेज हो गए हैं। बीते छह माह में कई कर्मचारी संगठन इस पेंशन योजना के विरोध में खड़े हो चुके हैं। कर्मचारी मंच विरोध दर्ज कराने में अव्वल हो गया है तो वहीं शुरूआत पुरानी पेंशन राष्ट्रीय बहाली मोर्चा ने की है।
इधर अधिकारी कर्मचारी संयुक्त मोर्चा के नेतृत्व में रविवार को कलियासोत मैदान में बड़ा विरोध प्रदर्शन बुलाया था। पूर्व में पुलिस ने इसकी अनुमति दे दी थी, जिसे बाद में निरस्त कर दिया है।
नई पेंशन योजना से इस तरह नुकसान के दावे
मप्र लघु वेतन कर्मचारी संघ के महेंद्र शर्मा का कहना है कि यह कर्मचारी को सेवानिवृत्त होने के बाद मामूली रूप से मिलती है। इस राशि से खर्च नहीं चल पाता है। बूढ़ापे में पेंशनर आय का कोई दूसरा जरिया भी खोज नहीं पा रहे हैं। बच्चों की पढ़ाई-लिखाई और उनका विवाह करना मुश्किल हो गया है। दूसरी तरफ महंगाई बढ़ती जा रही है। पुरानी पेंशन योजना में सम्मानजनक राशि मिलती थी। पेंशनरों को भविष्य की चिंता नहीं होती थी।