उज्जैन। सहकारिता मंत्रालय भारत सरकार और भारतीय राष्ट्रीय सहकारी संघ की सहकारी शिक्षा क्षेत्रीय परियोजना उज्जैन द्वारा ग्राम ढेडिया में एक दिवसीय युवा जागरूकता कार्यशाला का आयोजन सहकारी शिक्षा प्रेरक प्रेमसिंह झाला द्वारा किया गया। इसमें स्वयं सहायता समूह की महिला सदस्यों ने भाग लिया।
परियोजना अधिकारी चन्दशेखर बैरागी ने कहा कि सहकारिता से समृद्धि विषय के यह कार्यशाला आयोजित की गई है क्योंकि स्वयं सहायता समूह भी सहकारिता का लघु रूप हैं। महिलाओं को ग्राम में ही रोजगार कैसे हो उपलब्ध और वह दैनिक कार्य के साथ क्या-क्या कर सकती है। यह सब बतलाने के लिए कृषि विज्ञान केंद्र से वैज्ञानिक डॉक्टर रेखा तिवारी विषय विशेषज्ञ के रूप में कार्यशाला को संबोधित करते हुए कहा कि महिलाएं यदि चाहे तो घर पर रहकर ही बहुत कुछ कार्य कर सकती हैं क्योंकि वर्तमान समय में इलेक्ट्रॉनिक उपकरण के सहयोग से एवं अपने कार्य क्षमता से कई प्रकार के व्यवसायिक गतिविधियां संचालित कर सकती है एवं उनकी बिक्री की स्वयं ही व्यवस्था कर सकती है एवं अपने घर से ही निर्मित उत्पाद को सप्लाई भी कर सकती हैं। जरूरत है दृढ़ इच्छाशक्ति की ऐसे कई उदाहरण है जो महिलाएं गांव में रहकर कार्य कर रही है। उसी के अंतर्गत उन्होंने कहा कि आप ग्रामीण क्षेत्र के अन्य अंतर्गत पपीता से टूटी फूटी निर्माण, फाल निर्माण, आर्टिफिशियल ज्वेलरी निर्माण, बैग निर्माण आचार (हल्दी, करेला आदि) निर्माण, मशरूम उत्पादन आदि कार्य कर सकती हैं। यदि ट्रेनिंग की आवश्यकता हो तो हम उन्हें कृषि विज्ञान केंद्र और परियोजना के माध्यम से दे सकते हैं। यदि महिलाएं व्यवसायिक तरीके से उत्पाद तैयार करें तो हम उसकी बिक्री की व्यवस्था करेंगे।