नेताजी सुभाष चंद्र बोस मेडिकल कालेज अस्पताल में पदस्थ चिकित्सक दंपती डाक्टर अशोक साहू, डाक्टर तृप्ति गुप्ता साहू ईओडब्ल्यू के शिकंजे में फंस गए हैं।
बुधवार सुबह करीब छह बजे ईओडब्ल्यू की टीम ने धनवंतरि नगर स्थित चिकित्सक दंपती के घर पर रेड कर आय से अधिक संपत्ति का पता लगाया। प्रारंभिक जांच पड़ताल में वैध स्रोतों से अर्जित संपत्ति की तुलना में करीब 72 फीसद संपत्ति ज्यादा पाई गई है।
सर्च अवधि में दंपती के पास वैध स्रोत से प्राप्त आय के हिसाब से 3 करोड़ 15 लाख 13 हजार 308 रुपये होना चाहिए। जबकि उनके पास करीब 72 फीसद ज्यादा 5 करोड़ 44 लाख 22 हजार 521 रुपये की संपत्ति पता चला है। ईओडब्ल्यू ने दोनों के खिलाफ धारा 13 (1) बी. 13 (2) भ्रनिअ. 1988 संशोधित अधिनियम, 2018 के तहत आपराधिक प्रकरण दर्ज कर लिया है। दोनों मेडिकल कालेज अस्पताल के बायोकेमिस्ट्री विभाग में पदस्थ हैं। डाक्टर तृप्ति गुप्ता मध्य प्रदेश आयुर्विज्ञान चिकित्सा विश्वविद्यालय में परीक्षा नियंत्रक और डिप्टी रजिस्ट्रार रह चुकी हैं। उनके कार्यकाल के दौरान विश्वविद्यालय में कई घोटाले सामने आए थे। कुछ दिन पहले ही तृप्ति को चिकित्सा विश्वविद्यालय से हटाने के आदेश कार्यवाहक कुलपति द्वारा जारी किए गए थे। जिसके बाद उसे मेडिकल कालेज अस्पताल मूल पदस्थापना स्थल पर भेज दिया गया था।
जानकारी के मुताबिक ईओडब्ल्यू एसपी देवेंद्र सिंह राजपूत को चिकित्सक दंपती के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति की शिकायत प्राप्त हुई थी। डाक्टर अशोक साहू और तृप्ति मेडिकल कालेज अस्पताल में नान क्लिनिकल पद पर सेवाएं दे रहे हैं। एसपी के निर्देश पर ईओडब्ल्यू निरीक्षक स्वर्ण जीत सिंह धामी ने शिकायत की जांच की। जांच में दंपत्ती के वैध स्रोतों से ज्यादा संपत्ती पाई गई। ईओडब्ल्यू एसपी राजपूत ने बताया कि प्रथमदृष्टया आरोपित दंपत्ती द्वारा उनकी आय के वैध स्त्रोतों से 72 प्रतिशत अधिक व्यय एवं संपत्ति अर्जित करना प्रमाणित पाया गया है। प्रकरण पंजीबद्ध कर विवेचना प्रेरणा पांडेय निरीक्षक द्वारा की जा रही है। कार्रवाई डीएसपी ईओडब्ल्यू मनजीत सिंह के नेतृत्व में की गई। ईओडब्ल्यू एसपी राजपूत ने बताया कि सर्च कार्रवाई एवं विवेचना के दौरान प्राप्त दस्तावेजों एवं साक्ष्यों के आधार पर आरोपितों की संपत्ती का आंकलन किया जा रहा है।