राजधानी में स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में बुधवार सुबह दो जूनियर इंजीनियर धरने पर बैठ गए हैं। उन्होंने अपने वरिष्ठ अधिकारी और अधीक्षण अभियंता जितेंद्र सक्सेना पर सरकारी धन के दुरुपयोग और ठेकेदारों के प्रति पक्षपात करने का आरोप लगाया है।
धरने पर बैठे जूनियर इंजीनियरों में मैकेनिकल विभाग के मनीष पांडे और इलेक्ट्रिकल विभाग के उज्जवल कुमार शामिल हैं। मनीष पांडे ने बताया कि कई बार अधीक्षण अभियंता से इस मामले पर आपत्ति की गई, लेकिन उन्होंने अनसुना कर दिया। वह नियम विरुद्ध काम कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि भूख हड़ताल पर बैठने के अलावा उनके पास कोई चारा नहीं था। दोनों इंजीनियर कॉलेज भवन के सामने बुधवार सुबह 8 बजे से धरने पर बैठे हुए हैं।