इंदौर में होलिका दहन की परंपरा निभाने के लिए दोनों श्रीमंत शिवाजी राव (रिचर्ड) होलकर द्वितीय और श्रीमंत यशवंत राव होलकर तृतीय इंदौर में थे। होलिका दहन की परंपरा को लेकर श्रीमंत शिवाजी राव (रिचर्ड) होलकर द्वितीय ने दैनिक भास्कर से खास बातचीत में कहा कि इस खास बातचीत में उन्होंने इंदौर कि परंपरा को लेकर बड़ी बात कही।
इंदौर में जारी रहेगी परंपरा, यह हमारे परिवार का फर्ज है
श्रीमंत ने खास चर्चा में कहा कि इंदौर में होलिका दहन की परंपरा बरसों से चली आ रही है। ये परंपरा अभी भी जारी है और आगे भी इसी तरह जारी रहेगी। उन्होंने कहा यह हमारे परिवार का फर्ज है। यह परंपरा इंदौर के लोगों के लिए अच्छी है और हम इंदौर की जनता के आभारी है यहां की जनता हमें प्रेम करती है। वहीं दादाजी बनने के सवाल पर उन्होंने कहां कि यह मां साहब का आशीर्वाद से है।
अगले साल चमकते राजबाड़ा के सामने मनाएंगे होली
राजबाड़ा के जीर्णोध्दार का काम काफी वक्त से चल रहा है। मगर अभी तक पूरा नहीं हो सका है। श्रीमंत यशवंत राव होल्कर तृतीय ने राजबाड़ा के जीर्णोद्धार के सवाल पर उन्होंने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि अगले साल हम चमकते राजबाड़ा के सामने होली का पर्व मनाएंगे।
इंदौर में निभाई परंपरा
दरअसल, दोनों में श्रीमंत गुरुवार को होलिका दहन के अवसर पर इंदौर आए थे। जहां उन्होंने राजबाड़ा चौक पर सरकारी होलिका दहन की परंपरा का निर्वहन किया था। श्रीमंत शिवाजी राव (रिचर्ड) होलकर तृतीय ने अपने दादा बनने की खुशी भी जाहिर की और कहा कि यह मां साहब का आपका आशीर्वाद है।