सोमवार 11 अप्रैल से मृदा प्रोजेक्ट के द्वितीय चरण के कार्यों की उलटी गिनती शुरू होगी, कलेक्टर ने श्री महाकालेश्वर मन्दिर एवं स्मार्ट सिटी के विकास कार्यों की समीक्षा बैठक ली

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उज्जैन । कलेक्टर श्री आशीष सिंह ने आज स्मार्ट सिटी कार्याल्य में महाकाल महाराज क्षेत्र विस्तार योजना के कार्यों की समीक्षा बैठक ली तथा मृदा प्रोजेक्ट के द्वितीय चरण के कार्यों के सम्बन्ध में इंजीनियर्स एवं कॉन्ट्रेक्टरों से चर्चा की तथा निर्देश दिये कि मृदा सेकंड फेज के सभी निर्माण कार्य सोमवार से प्रारम्भ कर दिये जायें व सभी साइट्स पर टाइमर लगाकर निर्माण कार्यों की समयावधि की उलटी गिनती प्रारम्भ की जाये। साथ ही उन्होंने निर्देश दिये हैं कि निर्माण कार्य जून-2023 तक पूर्ण कर लिये जायें। बैठक में नगर निगम आयुक्त श्री अंशुल गुप्ता, स्मार्ट सिटी सीईओ श्री आशीष पाठक, यूडीए सीईओ श्री एसएस रावत, एसडीएम श्री संजीव साहू, श्री महाकालेश्वर मन्दिर के प्रशासक श्री गणेश धाकड़ एवं अन्य अधिकारी मौजूद थे।

कलेक्टर ने बैठक में मृदा सेकंड फेज के महाराजवाड़ा कॉम्पलेक्स के विकास, रामघाट के सौंदर्य में वृद्धि करने के कार्यों, चारधाम मन्दिर एवं फेसिलिटी सेन्टर के बीच रूद्र सागर में बनने वाले ब्रिज, रूद्र सागर शिखर दर्शन योजना, विभिन्न चार मार्गों के निर्माण, सरफेज पार्किंग व मेघदूत वन के विकास के बारे में विस्तार से चर्चा की तथा इन सभी कार्यों को सोमवार 11 अप्रैल से प्रारम्भ करने के निर्देश दिये हैं।

उल्लेखनीय है कि महाराज महाराज विकास परियोजना के तहत महाकाल मन्दिर परिसर क्षेत्र में विभिन्न विकास कार्य किये जा रहे हैं। मृदा सेकंड फेज के विभिन्न कार्यों के बारे में कलेक्टर द्वारा निम्नानुसार निर्देश दिये गये :-

• महाराजवाड़ा कॉम्पलेक्स विकास योजना के तहत 15.81 करोड़ रुपये की प्रोजेक्ट कास्ट से महाराजवाड़ा स्कूल का विकास किया जायेगा, जिसमें अनुभूति पार्क, चिन्तन वन, शिखर दर्शन आदि बिन्दुओं को ध्यान में रखा जायेगा। इस स्थान को ध्यान केन्द्र के रूप में विकसित करने की योजना है। कलेक्टर ने महाराजवाड़ा स्कूल परिसर स्थित महाकाल थाना आवासीय मकान खाली करने के लिये कार्यवाही करने के निर्देश दिये हैं। महाराजवाड़ा का कार्य मार्च-2023 तक पूर्ण होना है।

• रामघाट के सौंदर्यीकरण एवं इसके पौराणिक महत्व में वृद्धि करने के उद्देश्य से रामघाट विकास की योजना बनाई गई है। इसकी प्रोजेक्ट कास्ट 15.67 करोड़ रुपये है। इसके तहत हरसिद्धि पाल से लेकर बम्बई धर्मशाला तक व्यूइंग गैलरी बनाने की योजना है। दानीगेट, सिद्ध आश्रम व राणौजी की छत्री के पास प्लाजा पब्लिक युटिलिटी व वेण्डर्स के बैठने के स्थान बनाये जायेंगे एवं अन्य सौंदर्यीकरण के कार्य होंगे। यह कार्य जून-2023 तक पूर्ण होगा।

• बड़े रूद्र सागर में चारधाम से लेकर महाकाल मन्दिर तक पेडस्टियन ब्रिज का निर्माण किया जा रहा है। इस प्रोजेक्ट की कास्ट 16.34 करोड़ रुपये निर्धारित है। पुल निर्माण के कार्य के लिये आवश्यक सामग्री जुटाकर निर्माण कार्य 11 अप्रैल से प्रारम्भ करने के निर्देश दिये गये हैं।

• रूद्र सागर शिखर दर्शन योजना की प्रोजेक्ट कास्ट 14.10 करोड़ रुपये है। इसमें वर्तमान प्रवचन हॉल एवं कोटितीर्थ से लगे हुए हिस्से में गहरीकरण करके शिखर दर्शन की व्यवस्था की जायेगी। इसी के साथ इमरजेंसी इंट्री एवं एक्जिट की व्यवस्था भी की जायेगी। योजना के तहत दर्शन के लिये आने वाले श्रद्धालुओं को कोटितीर्थ के पास से होकर शिखर के दर्शन हो सके, इसकी व्यवस्था की जायेगी। यह कार्य जुलाई-2023 तक पूर्ण होगा।

• सेकंड फेज के कार्य में चार रोड निर्माण किये जा रहे हैं, जिनमें नृसिंह घाट से नूतन स्कूल, बड़ा गणेश से चौबीस खंबा, महाकाल मन्दिर से महाकाल चौराहा तथा सरस्वती शिशु मन्दिर से पार्किंग रोड, उक्त चारों रोड की लम्बाई 843 मीटर है तथा प्रोजेक्ट कास्ट 13 करोड़ 53 लाख रुपये है। कलेक्टर ने उक्त निर्माण कार्य अप्रैल-2023 तक पूर्ण करने के निर्देश दिये हैं।

• द्वितीय चरण में सरफेज पार्किंग व मेघदूत वन के निर्माण कार्य की प्रोजेक्ट कास्ट 11.15 करोड़ रुपये है। यह कार्य 31 मार्च 2023 तक पूर्ण होगा। मन्नत गार्डन वाली 3.25 हेक्टेयर जमीन पर लैंडस्केपिंग, पार्क व सरफेज पार्किंग विकसित की जायेगी। इसमें दुकानें चौपाटी का एरिया विकसित होगा।

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