भारत रत्न डॉ. बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर की 131वीं जयंती के उपलक्ष्य में मोतीलाल नेहरू स्टेडियम में राज्यस्तरीय समारोह का आयोजन किया जा रहा है।
यह अनुसूचित जाति कल्याण विभाग द्वारा आयोजित किया जा रहा है। कार्यक्रम मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के मुख्य आतथ्यि में मनाया जा रहा है। जिसकी अध्यक्षता जनजातीय कार्य एवं अनुसूचित जाति कल्याण विभाग की मंत्री मीना सिंह कर रही है। इनके अलावा कार्यक्रम में भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा, मंत्री तुलसी सिलावट, जगदीश देवड़ा, डॉ. प्रभुराम चौधरी, विश्वास सारंग, सांसद प्रज्ञा सिंह ठाकुर, विधायक रामेश्वर शर्मा, विष्णु खत्री और कृष्णा गौर उपस्थित हैं। कार्यक्रम की शुरुआत मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने डॉ अंबेडकर की तस्वीर पर माल्यार्पण कर और दीप प्रज्ज्लित कर की। मंत्री मीना सिंह ने तुलसी का पौधा भेंट कर मुख्यमंत्री का स्वागत किया। इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में लोग और भाजपा कार्यकर्ता शामिल हैं।कार्यक्रम के दौरान मंत्री तुलसी सिलावट ने कहा बाबा साहब डॉ भीमराव अंबेडकर को संसद में जाने से रोका, वह कांग्रेस थी। प्रदेश के वित्त मंत्री मंत्री जगदीश देवड़ा ने कहा कि अनुसूचित जनजाति के उत्थान के लिए 1920 करोड़ का बजट दिया इससे पहले किसी कांग्रेस की सरकार ने नहीं दिया। आज अनुसूचित जनजाति के 114 बच्चे विदेश में पढ़ रहे हैं उनके लिए 50 करोड़ सरकार ने दिए।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अपने संबोधन में कहा कि आज बाबा साहब की जयंती है। दो साल बाद मना पा रहे हैं। कोरोना के बाद आज फिर खुली हवा में सांस ले रहे हैं। बाबा साहब की जयंती मना रहे हैं। उन्होंने कार्यक्रम में मौजूद विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि अद्भुत प्रतिभा के धनी, मेरा बेटा-बेटियों जब बाबा साहब ये चमत्कार कर सकते हैं तो तुम भी कर सकते हो, भारत का संविधान बनना था, पूरे देश ने कहा- एक ही व्यक्ति है हमारे पास बाबा साहेब आंबेडकर। अद्भुत संविधान दिया बाबा साहेब ने, किसी भी तरह के भेदभाव से रहित। उपेक्षितों के आर्थिक, शैक्षणिक विकास के सबसे प्रबल प्रकाशपुंज थे तो वह थे बाबासाहब आंबेडकर। विविधता होते हुए भी एकता और समानता का अधिकार किसी ने दिलाया तो वह थे बाबासाहब आंबेडकर। पढ़ाई के क्षेत्र में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे बेटा-बेटियो, बाबा साहब ने कहा था- शिक्षित बनो, ये पहला मंत्र था उनका और तुम शिक्षित बनो इसमें हम कोई कसर नहीं छोड़ेंगे।