मध्य प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री डा. मोहन यादव ने शनिवार को बृहस्पति भवन में जलाभिषेक अभियान की सफलता के लिए के पंचायत सचिवों के साथ बैठक की।
कहा कि उज्जैन में जलाभिषेक अभियान मां शिप्रा को समर्पित होगा। हमें शिप्रा नदी के कैचमेंट एरिया में 75 नए तालाबों का निर्माण करना है। शिप्रा नदी के जल को प्रवाहमान बनाने के लिए प्रयास करना है। इसके लिए गांव-गांव में माहौल बनाए।
बता दें कि 9 जून को क्षिप्रा परिक्रमा यात्रा निकाली जाएगी। इसके पहले तालाबों का निर्माण अनिवार्य रूप से करा लेने को निर्देश दिए हैं। बैठक में जिला पंचायत सीईओ अंकिता धाकरे, एसडीएम ग्रामीण गोविंद दुबे, सीईओ जनपद पंचायत हेमलता शर्मा और विभिन्ना पंचायतों के सचिव मौजूद थे।
तालाब की जमीन पर अतिक्रमण
बैठक में जानकारी दी गई कि हमीरखेड़ी, कंडारिया, खेमासा, उमरिया खालसा और ऐरवास में तालाब की जमीन पर निर्माण अतिक्रमण है।मंत्री ने अतिक्रमण शीघ्र हटाने के निर्देश दिए। कहा कि हर तालाब का निर्माण इस प्रकार किया जाए कि इसमें बारिश का 10 हजार घन मीटर पानी रुके। तालाब की गहराई का विशेष ध्यान रखा जाए।
शिप्रा शुद्धिकरण के लिए 5 करोड़ का मद
मोक्षदायिनी क्षिप्रा नदी का जल 12 माह शुद्ध रखने के लिए नगर निगम ने 7 करोड़ 25 लाख रुपये के मद को थोड़ा कम किया है। मद घटाकर 5 करोड़ रुपये कर दिया गया है। जबकि बीते दो वर्षों में शुद्धीकरण पर 11 लाख 8 हार रुपये खर्चे गए हैं।