कभी-कभी मरीज, परिजनों एवं डॉक्टरों को इतना परेशान कर देते हैं कि परिजनों को उनका इलाज कराना एवं डॉक्टरों को इलाज करना भी बहुत मुश्किल हो जाता है। कुछ इसी प्रकार का मामला पन्ना जिला अस्पताल से सामने आया है। जहां पर टीबी बीमारी से पीड़ित एक मरीज ने अस्थाई टीबी वार्ड के अंदर जाकर अपने आप को बंद कर अंदर से दरवाजे की कुंडी लगा ली। मरीज की पत्नी काफी देर तक कुंडी खोलने के लिए मनाती रही। लेकिन मरीज ने वार्ड के दरवाजे की कुंडी नहीं खोली। जिससे वहां पर मौजूद अन्य मरीजों एवं उनके परिजनों को काफी ज्यादा परेशानियों का सामना करना पड़ा।
जानकारी के अनुसार रामप्यारे टीबी की बीमारी से पीड़ित है। जिसका इलाज मरीज की पत्नी द्वारा जिला अस्पताल में भर्ती करवाकर करवाया जा रहा था। शनिवार के दिन जैसे ही इलाज करने के लिए नर्स स्टाफ वार्ड में पहुंचा। वैसे ही टीबी पीड़ित मरीज ने दौड़ लगाकर दूसरे वार्ड में पहुंचकर अंदर से दरवाजे की कुंडी लगा ली। जब पति की वार्ड के अंदर से कोई हलचल नही मिली तो पत्नी घबरा गई और सीएमओ एलके तिवारी को सूचना दी।
मौके पर पहुंची पुलिस एवं अस्पताल प्रबंधन ने करीब 1 घंटे तक मरीज को दरवाजा खुलवाने का प्रयास किया। लेकिन मरीज ने दरवाजा नहीं खोला। जिसके बाद वार्ड के पीछे से बनी खिड़की की ग्रिल काटी गई। और फिर मरीज को वार्ड से बाहर निकाला गया।