उज्जैन। सच ही कहा है कि किसी ने ठान लो तो क्या नहीं कर सकते। इस बात को सच कर दिखाया ग्राम कनार्दी तहसील तराना जिला उज्जैन के ग्रामीणोंजनों ने। ग्रामीणजन एक वर्ष पूर्व मिली मुक्तिधाम की भूमि के विकास को लक्ष्य बनाकर कार्य कर रहे हैं। गाँव के लोगों के दिलों में दु:ख था कि आबादी के हिसाब से ग्राम क़नार्दी तराना तहसील का 5वां बड़ा गाँव होने के बाद भी पूर्व मुक्तिधाम नाले और रोड के समीप होना, जहाँ निर्माण तो असम्भव बल्कि बैठने की भी उचित व्यवस्था नहीं थी। गांव वालों की पीड़ा समझकर उज्जैन-आलोट के सांसद अनिल फ़िरोजिया ने मुक्तिधाम हेतु शासकीय जमीन आवंटित करवाई। इसके बाद गांव वालों ने श्रम और आर्थिक सहयोग से 11 लाख रुपये का काम 1 वर्ष में कर दिया, जिसने उन्होंने ज़मीन समतलीकरण, गेट, पानी की टंकी, जालीदार फेंसिंग बाउंड्री, 30 कुर्सियां, पेड़ के चबूतरे, 300 पौधों का रोपण कर एक भी पौधा सूखने ना दिया। पानी के लिए नलकूप खनन करवाया। ग्रामवासियों ने सतत 1 वर्ष मुक्तिधाम का विकास कर मिसाल क़ायम की है, जो कि आसपास के क्षेत्र में चर्चा का विषय है।