उज्जैन । मंगलवार को बृहस्पति भवन के सभाकक्ष में अपर कलेक्टर श्री अवि प्रसाद द्वारा विभिन्न मामलों में जनसुनवाई करते हुए अधीनस्थ अधिकारियों को प्रकरणों का निराकरण करने के निर्देश दिये।
घट्टिया के ढाबलाधूता निवासी वीरेन्द्रसिंह आंजना पिता बहादुरसिंह ने आवेदन दिया कि उनके गांव में स्थित शासकीय भूमि पर किसानों को अपनी भूमि पर आने-जाने के लिये रास्ता बनाया गया था। उक्त रास्ते पर गांव के कुछ व्यक्ति द्वारा अवैध अतिक्रमण कर दुकान का निर्माण कर लिया गया है। उन्होंने अतिक्रमण हटाने के लिये तहसीलदार के समक्ष शिकायत की थी। अधिकारी जब अतिक्रमण हटाने के लिये पहुंचे तो उक्त व्यक्ति के द्वारा अधिकारियों के साथ भी बहस की गई तथा अतिक्रमण हटाने से मना कर दिया गया। इस वजह से गांव के किसानों को अपनी भूमि पर आने-जाने में काफी कठिनाई हो रही है। इस पर एसडीएम घट्टिया को आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश दिये गये।
घट्टिया निवासी भंवरलाल पिता रतनलाल ने आवेदन दिया कि उनके भाई-बहनों ने पैतृक भूमि के बंटवारे के दौरान उनके हिस्से की भूमि विक्रय कर उनके हिस्से की भूमि पर आने-जाने का रास्ता नहीं छोड़ा है तथा उचित तरीके से बंटवारा नहीं होने के कारण जमीन के नामांतरण में आपत्ति आ रही है। अत: उन्हें उनकी जमीन पर आने-जाने का रास्ता उपलब्ध कराया जाये। इस पर तहसीलदार घट्टिया को आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश दिये गये।
ताजपुर निवासी नागेश्वर पाटीदार पिता रतनलाल पाटीदार आवेदन देकर शिकायत की गई कि ताजपुर क्षेत्र के गिरदावर के द्वारा उनकी जमीन का सीमांकन किये जाने के लिये रिश्वत मांगी गई थी। उनके द्वारा पैसे नहीं देने पर गिरदावर द्वारा भूमि के सीमांकन में टालमटोल किया जा रहा है। इस पर नायब तहसीलदार को एक हफ्ते में जमीन का सीमांकन कराये जाने के निर्देश दिये गये।
उज्जैन की सांईनाथ कॉलोनी निवासी कल्पेश गट्टानी पिता राजेश गट्टानी ने आवेदन दिया कि सांईनाथ कॉलोनी में उद्यान की खुली जमीन पर एक महावत द्वारा हाथी का पालन किया जा रहा है। उक्त जमीन शासकीय है। जमीन पर हाथी के होने के कारण कॉलोनीवासियों में हमेशा डर बना रहता है। गत दिनों हाथी कई बार बेकाबू भी हो गया था। अत: उक्त जानवर को रहवासी क्षेत्र से हटाकर अन्यत्र रहने के लिये जगह दी जाये। इस पर एसडीएम कोठी महल को मामले की जांच कर आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश दिये गये।
तिरूपति एवेन्यू निवासी सागरसिंह कुशवाह पिता रामसिंह कुशवाह ने आवेदन दिया कि वे पुलिस विभाग से सेवा निवृत्त हैं। उनके दो पुत्र हैं तथा दोनों के ही द्वारा वृद्धावस्था में उनकी उचित देखभाल नहीं की जा रही है। उनका छोटा बेटा आगर-मालवा में पुलिस विभाग में पदस्थ है तथा उसके द्वारा भी उनका ध्यान नहीं रखा जा रहा है। पुत्रों के द्वारा उन्हें कठोर मानसिक, आर्थिक और शारीरिक प्रताड़ना दी जा रही है। अत: उन्हें संरक्षण उपलब्ध करवाया जाये। इस पर एसडीएम उज्जैन को भरण-पोषण अधिनियम के अन्तर्गत कार्यवाही करने के निर्देश दिये गये।
इसी प्रकार अपर कलेक्टर और एडीएम श्री संतोष टैगोर द्वारा विभिन्न मामलों में जनसुनवाई की गई।