उज्जैन। जेष्ठ मास की गर्मी से राहत देने के लिए इस्कॉन मंदिर में सप्त दिवसीय नौका विहार का उत्सव मंदिर परिसर में रविवार से आयोजित हुआ। यह उत्सव 4 जून तक चलेगा। इस दौरान मंदिर परिसर में बने सरोवर में भगवान राधा मोहन प्रतिदिन संध्या को नौका विहार कर रहे है। भगवान के अद्भूत दर्शन के लिए बड़ी संख्या में मंदिर पहुंच रहे है।
भरतपुरी स्थित इस्कान मंदिर के पीआरओ राघव पंडित दास ने बताया मंदिर की परंपरा अनुसार ज्येष्ठ मास में गर्मी अधिक होती है। भीषण गर्मी से राहत देने के लिए भगवान मदन मोहन राधा रानी के साथ नौका विहार करते हैं। मंदिर में इस उत्सव के दर्शन के लिए श्रद्धालु आते है। वैसे यह उत्सव पूर्णिमा से शुरू होना था, लेकिन पूर्व में मंदिर के कुंड के क्षतिग्रस्त होने से यह उत्सव अब 29 मई से 4 जून तक मंदिर परिसर में ही आयोजित किया गया है। मंदिर में संध्या के समय भगवान को नौका में विराजित कर सरोवर में भ्रमण कराया जाता है। इस दौरान बड़ी संख्या में श्रद्धालु भगवान के नौका विहार के दर्शन लाभ लेते है।
मंदिर परिसर में ही बनाया जाता है सरोवर
जेष्ठ मास में गर्मी की अधिकता होती है। भगवान को गर्मी से राहत देने के लिए मंदिर परिसर में ही सरोवर का निर्माण कर नौका में भगवान राधा मोहन राधा रानी को विराजित किया जाता है। इस दौरान भगवान की झांकी भी सजाई जाती है। मंदिर में परंपरा अनुसार यह उत्सव पूर्णिमा तिथि से मनाया जाता है। इस बार कुंड के क्षतिग्रस्त होने से उत्सव का आयोजन देरी से शुरू हुआ।
अद्भुत दर्शन के लिए आते है श्रद्धालु
इस्कॉन मंदिर में प्रति वर्ग जेष्ठ मास की गर्मी में भगवान राधा मोहन को नौका विहार कराया जाता है। भगवान के नौका विहार के दौरान दर्शन लाभ लेने के साथ ही भजन कीर्तन के लिए मंदिर में प्रतिदिन संध्या 7 बजे से रात्रि 8 बजे तक श्रद्धालुओं की भीड़ रहती है। यहां आने वाले श्रद्धालु भी भगवान के नौका विहार के अद्भूत दर्शन कर आनंदित होते।