शिप्रा नदी में हादसों के बाद प्रशासन जागा पांच माह में 25 मौत के बाद शिप्रा नदी का जलस्तर 3 फीट कम करने के दिए निर्देश

उज्जैन शिप्रा नदी पर लगातार श्रद्धालुओं के डूबने की घटना के बाद प्रशासनिक अमला सोमवार को मैदान में उतरा। कलेक्टर एसपी सहित अन्य अधिकारियों ने नदी क्षेत्र का दौरा कर सुरक्षा बढ़ाने के निर्देश दिए।

देश भर से आने वाले श्रद्धालु भगवान महाकाल के दर्शन के पहले शिप्रा नदी में स्नान करते हैं। लिहाजा इन दिनों ग्रीष्म अवकाश होने से बड़ी संख्या में श्रद्धालु नदी पर पहुंच रहे हैं। इधर पिछले 7 दिनों में लापरवाही के कारण 3 मौत डूबने के कारण हो चुकी है । 1 जनवरी से 5 जून तक का आंकड़ा देखे तो करीब 25 लोग शिप्रा की गहराई में समा गए हैं। इधर लगातार दो दिन से डूबने की दो घटना होने के बाद सोमवार को कलेक्टर आशीष सिंह एसपी सत्येंद्र कुमार शुक्ला सहित जल संसाधन और होमगार्ड के अधिकारी शिप्रा के रामघाट क्षेत्र में स्थिति देखने पहुंचे थे।

लोगों की लापरवाही से हो रहे हादसे

शिप्रा नदी में लगातार हो रहे हादसे के पीछे जानकारी ली तो पता चला कि स्नान के लिए आने वाले श्रद्धालुओं की लापरवाही के कारण ही हादसे बढ़ रहे हैं। कारण है कि शिप्रा नदी में इन दिनों पानी अधिक है वही घाट से 4 फीट के आगे एकदम नदी का निचला इलाका आने से गहराई का पता नहीं चलता है। रामघाट और दत्त अखाड़ा क्षेत्र में होमगार्ड के जवान लगातार घूम कर लोगों को समझाइश देते हैं वही लाउडस्पीकर से सूचना भी दी जाती है। बावजूद इसके श्रद्धालु नियमों का पालन नहीं करते हैं। रामघाट के होमगार्ड तैराकी दल के चौकी प्रभारी ईश्वर लाल चौहान ने बताया कि वर्तमान में होमगार्ड के 21 तैराक जवान तीन शिफ्ट में ड्यूटी करते हैं। रामघाट से लेकर छोटी रपट और दत्त अखाड़ा क्षेत्र तक घूमकर समझाइश दी जाती है। इसके बाद भी श्रद्धालु नजर बचाकर गहरे पानी की ओर जाते हैं। जिसके कारण कुछ ही क्षण में डूबने की घटना सामने आ जाती है।

सोमवार सुबह 2 लोगों को डूबने से बचाया

होमगार्ड चौकी प्रभारी ईश्वर लाल चौहान ने बताया सोमवार सुबह भी दत्त अखाड़ा क्षेत्र में 2 लोगों को डूबने से बचाया गया। सुबह 7:30 बजे रीवा से आए जीतू गुप्ता उम्र 23 वर्ष और विवेक पाठक उम्र 25 वर्ष दत्त अखाड़ा क्षेत्र में नहाने के दौरान गहरे पानी में चले गए। दोनों को डूबते हुए देखा तो होमगार्ड तैराक दल, स्थानीय तैराक और सिविल डिफेंस के तैराक लियाकत खान ने तत्काल नदी में कूदकर दोनों युवकों को सुरक्षित बाहर निकाला। घाट पर प्राथमिक उपचार देने के बाद दोनों युवकों को 108 एंबुलेंस से जिला अस्पताल पहुंचाया। हालांकि दोनों जीवित और स्वस्थ थे।

नदी का लेवल 3 फीट कम होगा

सोमवार को शिप्रा नदी पर निरीक्षण के लिए पहुंचे कलेक्टर आशीष सिंह और एसपी सत्येंद्र कुमार शुक्ल ने घाटों का निरीक्षण करने के बाद अधिकारियों को राम घाट क्षेत्र में नदी के पानी का लेवल 3 फीट नीचे रखने के निर्देश दिए हैं। साथ ही नदी में बैरीकेटिंग के लिए स्थाई रूप से पोल लगाकर नट बोल्ट कसने के निर्देश दिए। इसके अलावा नदी के बीच में गहरा पानी होने की सूचना लगाने और होमगार्ड के जवानों को नदी पर आने वाले श्रद्धालुओं को घाट पर ही स्नान करने की अपील निरंतर करने के निर्देश दिए हैं। नरसिंह घाट क्षेत्र में सूचना लगाकर गहरे पानी की जानकारी देने और गहराई वाले घाट पर स्नान करने पर प्रतिबंध लगाने के लिए कहा है।

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