भाजपा प्रवक्ता नूपुर शर्मा और नवीन जिंदल को पैगंबर मोहम्मद पर टिप्पणी के बाद पार्टी से निलंबित तो कर दिया गया है, लेकिन यह आग अभी बुझती नहीं दिख रही है। अब मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने मोदी, संघ और भाजपा पार्टी पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा Fringe एलिमेंट होता क्या है? BJP को इसकी परिभाषा बतानी चाहिए।
योगी जी ने कितनी बार धर्म के आधार पर नफरत वाले बयान दिए हैं, क्या BJP उसको भी उन्हीं में गिनेगी। यह बात दिग्विजय ने एक दिन पहले भाजपा के धार्मिक भावनाएं आहत करने वाले अपने 38 नेताओं की पहचान करने पर कही। यह बात संघियों को और मोदी अंध भक्तों को कौन समझाए। देश को तबाह करने में लगे हैं।
आखिर कश्मीर पर चुप्पी क्यों
नफरत की आग पूरे देश में फैल रही है। पहले पत्थरबाजी कश्मीर के कुछ हिस्सों में होती थी। आज पत्थरबाजी की घटनाएं भारत में जगह-जगह होने लगी है। यह स्थिति और भी बिगड़ेगी। क्योंकि ऐसे बयानबाजी करने वालों के खिलाफ एक भी शब्द प्रधानमंत्री जी ने, गृहमंत्री जी ने नहीं कहा है। यहां तक की किसी भी भारतीय जनता पार्टी के नेता ने नहीं कहा कि यह बयान गलत हैं। अगर Fringe की बात करते हैं, तो उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री ने कितनी बार धर्म के आधार पर नफरत के बयान दिए हैं, तो उनको भी Fringe एलिमेंट में रखेंगे। नड्डा भी इसका जवाब दें।
भाजपा के 27 नेताओं को चुप रहने के निर्देश
मुस्लिम कंट्री का विरोध होने के बाद भाजपा ने धार्मिक भावनाएं आहत करने वाले अपने 38 नेताओं की पहचान करने का दावा किया। पार्टी का कहना है कि इनमें से 27 चुने हुए नेताओं को ऐसे बयान देने से बचने की हिदायत दी है। उनसे कहा गया है कि धार्मिक मुद्दों को लेकर बयान देने से पहले सक्षम पदाधिकारी से अनुमति लें।
पैगम्बर मोहम्मद साहब पर विवादित टिप्पणी करने को लेकर नूपुर शर्मा और नवीन कुमार पर कार्रवाई के बाद पिछले 8 साल (सितंबर 2014 से 3 मई 2022 तक) में नेताओं द्वारा दिए गए बयानों को आईटी विशेषज्ञों की मदद से खंगाला गया। करीब 5200 बयान गैर-जरूरी पाए गए। करीब 2700 बयानों में शब्दों को संवेदनशील पाया गया। 38 नेताओं के बयान धार्मिक मान्यताओं को आहत करने की श्रेणी में पाए गए। इसी को लेकर दिग्विजय ने भाजपा और मोदी पर निशाना साधा है।