उज्जैन के कानीपूरा क्षेत्र में युवक के अपहरण का मामला सामने आया है। उत्तर प्रदेश के कानपुर से आए करीब आधा दर्जन लोगों ने नवनीत श्रीवास्तव नामक युवक का अपहरण कर लिया। सूचना मिलने के बाद सभी लोगों को राजगढ़ पुलिस ने घेरा बंदी कर पकड़ा। नवनीत श्रीवास्तव पर कानपुर की एक शेयर कंपनी में डेढ़ करोड़ रुपए का घोटाला करने का आरोप है। पैसा वसूली को लेकर ये लोग नवनीत का अपहरण कर उसे कानपुर ले जा रहे थे। पुलिस सभी को उज्जैन लेकर आई।
उज्जैन के कानीपूरा क्षेत्र की तिरुपति कालोनी में रहने वाले नवनीत श्रीवास्तव के घर करीब आधा दर्जन जबरदस्ती घुस गए। और परिवार वालों के साथ मार-पीट की। घर वालों को धमकी देकर नवनीत को अपने साथ ले गए। नवनीत के परिजनों ने थाना चिमनगंज को अपहरण की सूचना दी। पुलिस ने तत्काल कार्यवाही करते हुए यूपी जाने वाले मार्ग पर चेकिंग बढ़ा दी। राजगढ़ पुलिस ने यूपी की कार को रोका तो नवनीत मिल गया। इसके बाद सभी लोगों को उज्जैन पुलिस के हवाले कर दिया गया। इस पूरे घटना क्रम में पुलिस को चौंकाने वाली जानकारी हाथ लगी।
जिसको समझा फरियादी वही आरोपी निकला
सीएसपी विनोद कुमार मीणा ने बताया की अपहरण की सूचना पर पुलिस ने तत्काल कार्यवाही करते हुए आरोपियों को धर दबोचा।जब आरोपियों से बात हुई तो पता चला कि जिस नवनीत श्रीवास्तव का अपहरण किया था, वो खुद कानपुर से फरार चल रहा है। नवनीत पर आरोप है की उसने कानपुर के सैकड़ों लोगो को क्रिप्टो करंसी में मुनाफे का लालच देकर डेढ़ करोड़ रुपए की ठगी की और फरार हो गया। उसके खिलाफ कानपुर थाने में मामला भी दर्ज है।
बीजेपी और योगी समर्थक झंडे लगी गाड़ी से अपहरण
जिस गाड़ी से नवनीत का अपहरण किया गया उस पर सीएम योगी का फोटो और बीजेपी समर्थित झंडा लगा है। सीएसपी मीणा ने बताया कि नवनीत कानपुर का रहने वाला है। उसने वहां लोगो से 25 प्रतिशत रिटर्न का वादा कर करीब 1 करोड़ 45 लाख का चुना लगाया और भाग निकला।