श्री महाकालेश्वर मंदिर में होने वाली भस्म आरती के लिए देशभर से आने वाले श्रद्धालुओं को बड़ी मुश्किल से भस्म आरती की परमिशन मिलती है। रोजाना सेकड़ो भक्त भस्म आरती करने से वंचित रह जाते है। ऐसे में मंदिर समिति ने तत्काल अनुमति देने का रास्ता भी निकाल लिया है। श्रद्धालु को इसके लिए 11 सो रुपए दान देने के बाद 200 रुपए प्रति सदस्य अनुमति बनवाने के लिए देना होंगे। हालांकि व्यवस्था के बारे में अभी ज्यादा लोगों को जानकारी नहीं है।
विश्व प्रसिद्ध श्री महाकालेश्वर मंदिर में मंदिर प्रबंध समिति द्वारा श्रद्धालुओं को भगवान महाकाल के दर्शन सुविधा के साथ ही प्रतिदिन सुबह होने वाली भस्म आरती के लिए अनुमति जारी की जाती है। बैरिकेट्स में बैठक व्यवस्था सीमित होने के कारण करीब 1500 सो श्रद्धालुओं को अनुमति जारी होती है। हाल ही में मंदिर समिति ने श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए 11 सो रुपए दान करने के बाद प्रति सदस्य 200 रुपए भस्म आरती अनुमति के लिए जमा करने पर तत्काल अनुमति दी जाती है। मंदिर समिति के अधिकारियों का कहना है कि यह व्यवस्था केवल उन श्रद्धालुओं के लिए है। जो भस्म आरती अनुमति नहीं ले पाते हैं। और तत्काल व्यवस्था के तहत दान राशि जमा कर अनुमति लेने के इच्छुक रहते हैं।
अभी तीन स्तर से मिलती है अनुमति
श्री महाकालेश्वर मंदिर में भस्म आरती के लिए एक ऑनलाइन व्यवस्था है जिसके तहत श्रद्धालु कहीं से भी अपनी सुविधा अनुसार तिथि पर खाली रहने पर ऑनलाइन 200 रुपए शुल्क के साथ अनुमति बनवा सकते हैं। दूसरी व्यवस्था में प्रोटोकॉल के माध्यम से शासकीय अधिकारी जनप्रतिनिधि प्रेस के माध्यम से 200 रुपए शुल्क के साथ अनुमति बनाने की व्यवस्था है। तीसरी व्यवस्था सामान्य श्रद्धालु के लिए निशुल्क भस्म आरती अनुमति देने की है। इस व्यवस्था में श्रद्धालु सुबह मंदिर प्रशासन कार्यालय के समीप सामान्य काउंटर से निशुल्क फार्म लेकर अनुमति के लिए प्रक्रिया कर सकते हैं। तीन व्यवस्थाओं के अलावा क्योंकि व्यवस्था दान के माध्यम से अनुमति देने की शुरू की है।
1500 अनुमति के लिए कोटा निर्धारित
भगवान महाकाल की भस्म आरती के दौरान बैरिकेट्स में बैठक क्षमता के अनुसार 15 सो लोगों को अनुमति दी जाती है। इस व्यवस्था में निशुल्क सामान्य जन के लिए 300 अनुमति ऑनलाइन कराने वालों के लिए 400 अनुमति और 800 अनुमति में शासकीय विभाग प्रेस न्याय विभाग पुलिस विभाग पंडित पुजारी और जनप्रतिनिधि के माध्यम से दिए गए नामों पर अनुमति प्रोटोकाल के माध्यम से बनाई जाती है।
दान देने वालों के लिए है तत्काल अनुमति सुविधा
मंदिर समिति के सहायक प्रशासनिक अधिकारी आर के तिवारी से चर्चा की तो उन्होंने बताया कि तत्काल अनुमति ऐसे श्रद्धालु को दी जाती है। जो किसी कारणवश अनुमति नहीं ले सके। ऐसे श्रद्धालु स्वेच्छा से 11 सो रुपए दान कर प्रति सदस्य 200 रुपए अनुमति चार्ज देकर अनुमति ले सकते हैं। यह व्यवस्था केवल 25 से 30 श्रद्धालुओं के लिए है। इसके लिए दोपहर 1 बजे से शाम 5 बजे तक मुख्य प्रशासनिक कार्यालय के नीचे काउंटर से बनवाई जा सकती है