डिंडौरी जिला मुख्यालय के नजदीक ग्राम रहंगी में संचालित शासकीय आदर्श महाविद्यालय में प्रभारी प्राचार्य की प्रताड़ना से तंग होकर गुस्साए अतिथि अध्यापकों ने शनिवार को अग्रणी महाविद्यालय पहुंचकर लीड प्राचार्य सुभाष बर्मन को ज्ञापन सौंपा है। इस दौरान कार्रवाई की मांग की है।
ज्ञापन में मॉडल कालेज के प्रभारी प्राचार्य डॉ. समीर शुक्ला पर भेदभाव के आरोप लगाए है। दो दर्जन से अधिक की संख्या में लीड कॉलेज पहुंचे लामबंद अतिथि प्राध्यापकों ने शिकायत में बतलाया कि प्राचार्य समीर शुक्ला उपस्थिति, कार्य विभाजन को लेकर भेदभाव करते हैं और इसका विरोध करने पर भविष्य में नौकरी प्रभावित करने की धमकी देते हैं।
बताया गया है कि इस तानाशाही का विरोध करने पर प्रभारी प्राचार्य दैनिक उपस्थिति से उनको गैरहाजिर दर्शा देते हैं और उनके मानदेय में बेवजह कटौती कर देते हैं। लामबंद प्रोफेसरों ने बताया कि इसके पूर्व शुक्रवार की दोपहर एक महिला प्राध्यापक अनुपम सिंह की तबीयत भी प्राचार्य समीर शुक्ला की फटकार से बिगड़ गई थी। जिसे उपचार के लिए साथी प्रोफेसरों ने जिला अस्पताल में भर्ती कराया था। इलाज के दौरान महिला प्रोफेसर ने भी कॉलेज के प्राचार्य पर धार्मिक आस्था को ठेस पहुंचाने की नियत से मानसिक रूप से प्रताड़ित करने के आरोप लगाए थे।
अनुपम सिंह ने बतलाया था कि उन्होंने गुरुवार को साईं मंदिर में भंडारा प्रसाद का आयोजन करवाया था।जिस पर प्राचार्य समीर शुक्ला ने नाराजगी जताई थी और सांई पूजन नही करने की नसीहत देकर जमकर खरी-खोटी सुनाई थी।पूरे मामले पर कॉलेज स्टाफ ने भी महिला प्रोफेसर का पक्ष लिया है और प्राचार्य पर जातिगत भेदभाव और दुर्व्यवहार के आरोप लगाए हैं।अथिति प्राफेसरों की शिकायत पर अग्रणी प्राचार्य चंद्र विजय कॉलेज सुभाष बर्मन ने उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया है।
सूत्रों की माने तो मॉडल कालेज के प्रभारी प्राचार्य डॉ. समीर शुक्ला शुरू से ही विवादित रहें हैं। इनकी हिटलरी कार्यशैली के चलते आदर्श महाविद्यालय का कामकाज लगातार प्रभावित हो रहा है। इसके साथ ही अतिथि प्राध्यापकों में भी असंतोष हैं और कालेज का वातावरण दूषित हो रहा है। पूर्व में कई अतिथि प्राध्यापक काम छोड़ कर जा चुके हैं। ज्ञापन सौंपने पहुंचे प्राध्यापकों ने प्राचार्य डॉ. समीर शुक्ला को हटाने की मांग की है।