लोकायुक्त ने 12 हजार की रिश्वत लेते पटवारी को पकड़ा – जमीन के नामांतरण व नपती के लिए मांगे थे 15 हजार रूपए

लोकायुक्त उज्जैन की टीम ने पटवारी को उसके निजी कार्यालय से 12 हजार रूपए की रिश्वत लेते हुए पकड़ा है। पटवारी ने आवेदक से जमीन का नामांतरण व नपती करने के लिए रिश्वत के रूप में 15 हजार रूपए मांगे थे। बाद में पटवारी ने 12 हजार रूपए लेने पर सहमति दी थी। जिसके बाद लोकायुक्त ने उसे रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया।

बेख़ौफ़ रिश्वत खोर बेलगाम है। एक बार फिर रिश्वत खोर पटवारी को लोकयुक्त ने रंगे हाथों 12 हजार की रिश्वत लेते धर दबोचा है उसके विरुद्ध भ्रस्टाचार अधिनियम के तहत केस दर्ज कर कार्रवाई को अंजाम दिया है, गुरुवार को लोकायुक्त की टीम ने हल्का नंबर 4 के पटवारी नितिन खत्री को उसके महाकाल वाणिज्य केेंद्र स्थित निजी कार्यालय से आवेदक रविंद्र देशपांडे से 12 हजार रूपए की रिश्वत लेते हुए पकड़ा है। रविंद्र देशपांडे ने उनकी पत्नी के नाम पर मोहन पूरा में जमीन खरीदी थी। उक्त जमीन का नामांतरण और नपती करने के लिए पहले पटवारी को आवेदन किया जिस पर पटवारी ने 15 हजार रूपए रिश्वत मांगे । बाद में पटवारी ने 12 हजार रूपए लेने पर सहमति दे दी थी। आवेदक रविंद्र देशपांडे ने 11 जून 2022 को लोकायुक्त कार्यालय उज्जैन में उपस्थित होकर एसपी को शिकायत प्रस्तुत की थी। शिकायत पर प्रारम्भिक कार्यवाही कर गुरूवार को लोकायुक्त ने पटवारी नितिन खत्री को उसके महाकाल वाणिज्य केंद्र स्थित निजी कार्यालय में आवेदक रविंद्र देशपांडे से 12 हज़ार रुपए रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा। लोकायुक्त की कार्यवाही निरीक्षक राजेंद्र वर्मा ,डीएसपी सुनील तालान व टीम द्वारा की गई थी

Related Articles

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Latest Articles