नर्मदापुरम के पचमढ़ी आर्मी एजुकेशन सेंटर (एईसी) के लापता ट्रेनी कैप्टन का शव मिल गया है। उनका शव घटनास्थल से 2 किमी दूर बबूल के पेड़ पर फंसा हुआ था। कैप्टन 15 अगस्त को जबलपुर से पचमढ़ी के लिए कार से निकले थे। जबलपुर में भारी बारिश के बीच लेफ्टिनेंट पत्नी से मिलकर लौट रहे थे। उनकी आखिरी लोकेशन नर्मदापुरम जिले के माखननगर में नसीराबाद रोड बछवाड़ा में नदी की मिली थी।
ट्रेनी कैप्टन निर्मल शिवराजन (32) की कार सुबह बछवाड़ा नदी में मिली थी। यह पुल से करीब 100 मीटर दूर गहरे पानी में थी। एसडीओपी मदनमोहन समर ने बताया कि कार मिलने के बाद गोताखोर और आर्मी के जवानों के साथ नाव से सर्चिंग की तो बबूल के पेड़ में फंसा शव नजर आया। शव को पीएम के लिए माखन नगर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया गया है।
पचमढ़ी आर्मी एजुकेशन सेंटर के कर्नल राजेश पाटिल ने निर्मल शिवराजन (32) की गुमशुदगी पचमढ़ी थाने में दर्ज कराई थी। नर्मदापुरम जिले के अलावा रायसेन, सीहोर जिले की शाहगंज पुलिस और आर्मी एजुकेशन सेंटर का स्टाफ नर्मदा नदी के बैक वाटर में कैप्टन को तलाश रहा था। माखन नगर के पास बछवाड़ा गांव में भी नदी किनारे पुलिस, आर्मी SDERF की टीम उन्हें खोज रही थी।
परिवार से मिलने जबलपुर गए थे
कर्नाटक के रहने वाले ट्रेनी कैप्टन पचमढ़ी आर्मी एजुकेशन सेंटर में प्रशिक्षण ले रहे थे। जबलपुर में उनकी पत्नी लेफ्टिनेंट गोपीचंदा रहती हैं। तीन महीने पहले ही उनकी शादी हुई थी। 13 अगस्त को वे पत्नी से मिलने जबलपुर गए थे। 16 अगस्त को सुबह 6 बजे उन्हें सेंटर पहुंचना था, वे सेंटर नहीं पहुंचे। ऐसे में कैप्टन की पत्नी लेफ्टिनेंट गोपीचंदा से संपर्क किया गया तो पता चला वे 15 अगस्त को ही कार से दोपहर करीब साढ़े 3 बजे पचमढ़ी के लिए रवाना हो गए थे