उत्कृष्ट सीनियर आदिवासी बालक छात्रावास शिकारपुरा के कुछ विद्यार्थी मंगलवार दोपहर कलेक्टर कार्यालय पहुंचे। यहां उन्होनें डिप्टी कलेक्टर हेमलता सोलंकी को लिखित शिकायत की थी कि छात्रावास में रसोईया और वाटरमैन अपनी मनमानी कर रहे हैं। उन्हें वहां से हटाया जाए।
विद्यार्थियों ने कहा – भोजन में कभी जली तो कभी कच्ची रोटी दे दी जाती है। कई बार चावल भी कच्चे ही मिलते हैं। सब्जी भी अच्छी नहीं बनाई जाती है। बच्चों को पेट भर भोजन नहीं दिया जा रहा है। इस स्थिति से छात्रावास अधीक्षक को भी अवगत कराया गया है, लेकिन अधीक्षक की बात भी रसोईया और वाटरमैन नहीं सुनते। यहां वाटरमैन द्वारा खाना बांटा जाता है। वह बच्चों को डरा धमकाकर कम रोटी देता है। जिससे बच्चों के स्वास्थ्य पर भी असर पड़ रहा है।
विद्यार्थियों ने जांच कर कार्रवाई की मांग की
छात्र सुनील चौहान सहित अन्य छात्रों ने कहा कि जिला प्रशासन को पूरे मामले की जांच कर दोषी लोगों पर कार्रवाई करना चाहिए। डिप्टी कलेक्टर ने जांच का आश्वासन दिया। इस दौरान करीब 50 से अधिक विद्यार्थी मौजूद थे।