विकास नगर 14/2 नाले के पास झोपड़ी बनाकर 40 सालों से निवास कर रहे गरीब आदिवासियों द्वारा बीते दिनों नगर पालिका की भूमि नाले पर अवैध कब्जा करने वाले उच्च संरक्षण प्राप्त एक भू माफिया के खिलाफ सीएम हेल्पलाइन पर 7 अगस्त को शिकायत दर्ज की गई थी। जो L- 2 स्तर पर पहुंच गई थी।
जिसका असर यह हुआ कि एडीएम व मुख्य नपा अधिकारी के निर्देश पर कब्जे धारी भूमाफिया द्वारा स्वता ही नाले की भूमि पर किए गए कब्जे को हटाया गया। ज्ञात हो कि इस मामले को लेकर शिकायतकर्ता शानू भील नामक महिला व झोपड़ी निवासी आदिवासी परिवारों को काफी प्रताड़ना झेलना पड़ी थी।
यहीं, नहीं नगर पालिका नीमच के एक अधिकारी द्वारा दो मर्तबा फोन कर अपनी शिकायत को अपनी ओर से निराकृत करते हुए इस महिला के मोबाइल पर ओटीपी तक भिजवा दिया गया और जब उक्त महिला ने इस ओटीपी संबंधी मामले में अपनी अनभिज्ञता व्यक्त की तो उक्त अधिकारी ने अपने ही एक अधीनस्थ कर्मचारी को इनकी झोपड़ी तक पहुंचाकर भेजे गए ओटीपी को पढ़कर इस शिकायत को निराकृत करने का प्रयत्न किया गया था।
जिसकी ऑडियो रिकॉर्डिंग भी वायरल हुई थी। बहराल मामले में देर से ही सही पर कार्रवाई तो हुई, महिला शानू भील ने बताया कि उक्त मामले को लेकर अतिक्रमण करता के खिलाफ उनके द्वारा सीएम हेल्पलाइन पर शिकायत की गई थी। जिसके बाद उन्हें काफी प्रताड़ना झेलनी पड़ी, जिसकी शिकायत उनके द्वारा संबंधित थाने व उच्चाधिकारियों को भी की गई। जिस पर अधिकारियों के निर्देश पर अतिक्रमण करता द्वारा ही मजदूरों की सहायता से नाले में किए गए अतिक्रमण को हटाया गया है। लेकिन यह जानकारी भी सामने आ रही है कि अतिक्रमणकर्ता द्वारा इस अतिक्रमण को 2 या 3 फीट कम किया जा रहा है। पूरा कब्जा यहां से नहीं हटाया जा रहा है।