म.प्र. राज्य कर्मचारी संघ, म.प्र शिक्षक संघ और प्रांतीय शिक्षक संघ के संयुक्त तत्वधान में शिक्षकों को हितग्राही मूलक सर्वे से मुक्त रखने के लिए कलेक्टर और जिला शिक्षा अधिकारी को ज्ञापन दिया गया। जिसमें जिले की प्राथमिक तथा माध्यमिक विद्यालयों में पदस्थ अधिकांश शिक्षकों की ड्यूटी हितग्राही मूलक सर्वे में लगा दी गई है। दिव्यांग और अस्वथ्य शिक्षक भी इसमें शामिल हैं।
शिक्षा विभाग के निर्देशानुसार एण्ड लाईन टेस्ट भी सम्पन्न कराया जा रहा है साथ ही शासन की महा योजना का शिक्षण कार्य समय-सीमा में पूरा कराने का दायित्य शिक्षकों को दिया गया है। अधिकांश शिक्षकों की ड्यूटी सर्वे में लग जाने के कारण शिक्षण व्यवस्था पर बुरा प्रभाव पड़ेगा। कोविड 19 एवं निर्वाचन के कारण छात्रों की शिक्षण व्यवस्था कमजोर हो गई थी जिसे वर्तमान में सुचारु संचालित किया जा रहा था। जो सर्वे के कारण शिक्षण कार्य में व्यवधान होने के साथ ही स्कूलों को बंद करने की स्थिति उत्पन्न हो गई है जिससे छात्रों का शिक्षण कार्य बाधित हो गया है।
सर्वे से मुक्त करने के लिए सौंपे गए ज्ञापन में मुख्य रूप से गोपाल सिंह ठाकुर, पंडित संतोष शर्मा, संतोष जैन, विनय चौहान, ओपी शर्मा, कुंदन लाल राय, अनिल मुक्तावत, सतीश त्यागी, संजय सक्सेना, प्रदीप नागिया, मनोज कुमार व्यास आदि सेकडों की संख्या में कर्मचारी उपस्थित थे।