ऐसे तो तीर्थ नगरी ओंकारेश्वर में प्रतिदिन श्रद्धालुओं के आने का क्रम लगा रहता है। लेकिन रविवार को सर्व पित्र मोक्ष अमावस्या के अवसर पर शनिवार शाम से ही श्रद्धालु तीर्थ नगरी में आने लगे थे। वहीं, रात में तांत्रिक बाधाओं से पीड़ित लोगों का समाधान कर ऊपरी हवाओं से छुटकारा दिलाया गया। मालवा निमाड के साथ प्रदेश के अनेक हिस्सों से श्रद्धालु इस दिन विशेष रूप से ओंकारेश्वर में आते हैं। वहीं प्रशासन द्वारा श्रद्धालुओं की संख्या को देखते हुए इंतजाम किए थे।
कलेक्टर अनूप कुमार एवं एसपी विवेक सिंह के निर्देश पर स्थानीय प्रशासन लगातार एसडीएम चंदर सिंह सोलंकी के निर्देशन में व्यवस्थाओं को मूर्त रूप दे रहा था। वहीं, सीएमओ मोनिका पारधी और टीआई बलराम सिंह राठौर लगातार भृमण कर हर स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं। वर्ष में आने वाली बड़ी एवं प्रमुख अमावस्या को लेकर स्थानीय प्रशासन द्वारा लगातार बांध से पानी छोड़े जाने के कारण स्नान पर पर पूर्णता रोक लगाई गई थी। विभिन्न स्थानों पर पुलिस एवं घाटों पर गोताखोरों की व्यवस्था करने के साथ ही नगर पंचायत के कर्मचारी भी इस दौरान अपनी सेवाएं दें रहे थे।