शिवमहापुराण कथा के पहले रूद्राभिषेक – राघवऋषि ने कहा- परमात्मा को मानने की अपेक्षा जानना आवश्यक

बड़ा गवलीपुरा स्थित राधा कृष्ण मंदिर में राघवऋषि सेवा समिति, आगर-मालवा के तत्वावधान में चल रही संगीतमय श्री शिवमहापुराण कथा के सातवें दिन गुरुवार को कथा के पूर्व कथा स्थल पर पहले भगवान शिव का दिव्य रूद्राभिषेक का आयोजन किया गया।

इस दिन कथा वाचक राघव ऋषि जी महाराज ने कहा परमात्मा संसार की हर स्थिति, अवस्था प्रत्येक जीव में विद्यमान है, यह परम सत्य है. इसे मानने की अपेक्षा जानने की आवश्यकता है। जिसे हम मान रहे है उसे जब हम अच्छी प्रकार से जान ले तो उसके स्वभाव व प्रभाव दोनों से अवगत हो जाते है और उससे होने वाले हित अनहित को भी अनुमानित कर लेते है।

जिस प्रकार परमात्मा को मानें, लेकिन उनके मानने से क्या लाभ या क्या होगा यदि वह जाने तो उसको मानने स्वयं आनन्दित होंगे। बताया कि भगवान शिव जो देव ही नही महादेव हैं जिनकी अपार कृपा का ही वर न जाने कितने ही भक्तों, देवों-दानवों को मिला, जिससे उनका जीवन सुख, ऐश्वर्य से परिपूरित हो रहा है।

भक्तों की हर मनोकामना को सफल व स्वीकार करने वाल देवाधिदेव महादेव हर पल हर क्षण कल्याण स्वरूप में आज भी लोगों के मन में विराजमान हैं। अंत में समिति पदाधिकारी एवं श्रद्धालुओं के द्वारा आरती की जाकर प्रसाद वितरण किया गया।

जानकारी समिति के डॉ. पंकज अटल ने देते हुए बताया कि कथा के पूर्व क्षेत्र की सुख समृद्धि के लिए वहां विधि विधान पूर्वक मंत्रोत्चारण के साथ भगवान शिव जी का जोडे से रूद्राभिषेक भी करवाए गए। इस दिन बड़ी संख्या में भक्त मौजूद रहे।

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