उज्जैन। विश्व प्रसिद्ध श्री महाकालेश्वर मंदिर परिसर के विस्तारीकरण के बाद श्री महाकाल लोग के लोकार्पण होने के बाद बड़ी संख्या में देशभर से भक्त यहां पहुंच रहे है। ऐसे में देश के अन्य राज्यों के श्रद्धालुओं के साथ फर्जी वेबसाइट बनाकर कमरा बुक करने के नाम पर ठग भी सक्रिय हो गए है। उड़ीसा के एक भक्त को कमरे बुकिंग करने के नाम पर ऑनलाइन 9 हजार रूपए की ठगी हुई है। भक्त जब उज्जैन पहुंचे तो उन्हे वास्तविकता पता चली।
विश्व प्रसिद्ध श्री महाकालेश्वर मंदिर में निर्मित श्री महाकाल लोक देखने के लिए देशभर के श्रद्धालु पहुंच रहे है। ऐसे में भक्तों के साथ ठगी करने के लिए फर्जी वेबसाइट बनाकर फर्जी मोबाइल नंबर डालकर कमरा बुकिंग कराने के नाम पर ठगी हो रही है। ऐसा ही एक मामला रविवार को सामने आया है। महाकाल थाना पुलिस ने बताया उड़ीसा निवासी प्रोफेसर देवदत्त पिता रामनाथ पात्र उम्र 60 वर्ष ने थाने में आकर शिकायती आवेदन दिया है। श्रद्धालुओं ने बताया कि श्री महाकालेश्वर मंदिर में दर्शन के लिए उज्जैन आने के पहले उनके परिवार ने 17 अक्टूबर को गूगल मैप पर सर्च कर ठहरने के लिए होटल चेक की थी। जिसमें भक्त निवास के नाम से एक वेबसाइट देखकर उसमें दिए मोबाइल नंबर पर कमरा लेने के लिए चर्चा की। कमरों का किराया और व्यवस्था बताने के बाद संबंधित व्यक्ति द्वारा दो कमरे बुक कराने के लिए 9 हजार रूपए ऑनलाइन पैमेंट करवाया गया। पैमेंट होने के बाद प्रोफेसर ने दो परिवार के लिए अलग-अलग कमरे देने का कहा तो संबंधित व्यक्ति ने बताया कि दो अलग-अलग कमरे लेने के लिए 4500-4500 रूपए दो कमरे के लिए कुल 9 हजार रूपए ऑनलाइन डालने के बाद बुकिंग की जाएगी। मोबाइल पर बात करने वाले व्यक्ति ने कहा कि जो राशि 9 हजार पहले दीे है वह राशि उज्जैन आने पर लौटा दी जाएगी। संबंधित व्यक्ति की बातों पर संदेह होने से प्रोफेसर ने दो अलग कमरों के लिए रूपए नहीं डाले। प्रोफेसर देवदत्त पात्र जब रविवार को उज्जैन पहुंचे तो सारी स्थिति पता चली। श्रद्धालु ने अपने साथ ठगी होने के बाद महाकाल थाने पहुंचकर शिकायती आवेदन दिया है।
पूर्व में भी कई श्रद्धालुओं को ठगा गया
श्री महाकालेश्वर मंदिर में देशभर से आने वाले श्रद्धालु जब पहले से ही अपने रहने खाने की व्यवस्था के लिए ऑनलाइन दिखने वाली होटल बुकिंग का चयन करते हैं तो कई इसमें फर्जी रूप से बनाई वेबसाइट के माध्यम से श्रद्धालुओं के साथ ठगी हो रही है। होटल की फर्जी वेबसाईट बनाकर ठगी करने के मामले श्रावण मास में भी सामने आ चुके है। यहां तक कि महाकाल मंदिर प्रशासन की जो धर्मशाला निर्माण के चलते टूट चुकी है, उसके नाम पर भी बुकिंग ऑनलाईन कर बदमाशों ने ठगी की थी। हालांकि ऐसे मामलों में पुलिस केवल श्रद्धालुओं से आवेदन लेकर जांच में डाल देती है। बाहर के श्रद्धालुओं के साथ हो रही ठगी के मामले में बड़ गिरोह शामिल हो सकता है।