श्री महाकालेश्वर मंदिर विस्तारीकरण योजना के पहले चरण का लोकार्पण होने के बाद अब दूसरे चरण के कामों में तेजी आ गई है। दूसरे चरण के निर्माण में मकानों पर मिले स्टे के कारण रूकावट हो गई है। गुरुवार को प्रशासनिक अमला करीब 9 मकानों पर कार्रवाई के लिए पहुंचा था। इसमें 8 मकानों ने स्टे बता दिया। इस दौरान एक मकान को लेकर विवाद भी हुआ।
श्री महाकालेश्वर मंदिर विस्तारीकरण के दूसरे चरण में मंदिर में जाने वाले चार नंबर गेट के सामने से बड़ा गणेश मंदिर मार्ग को भी चौड़ा किया जाना है। कार्रवाई शुरू करने के पहले बुधवार को सभी दुकानदारों को दुकानें खाली करने की सूचना दे दी थी। गुरुवार को बड़ा गणेश मंदिर के आसपास के कुल 9 मकान और इनमें लगी दुकानों पर कार्रवाई के लिए एसडीएम कल्याणी पांडे के नेतृत्व में टीम पहुंची थी। कार्रवाई शुरू होने के पहले ही मकान के रहवासियों ने बताया कि उनके पास कोर्ट का स्टे ऑर्डर है। एसडीम के मांगने पर रहवासियों ने स्टे आर्डर दिखा दिया। आर्डर में आठ मकानों के नाम थे, लेकिन एक मकान का नाम स्टे आर्डर में शामिल नहीं था। अमले ने इस मकान को तोडऩे का काम शुरू किया तो मकान मालिक ने विरोध जताया इस दौरान पुलिस और मकान मालिक के बीच जमकर बहस हुई। एसडीएम कल्याणी पांडे ने बताया कि तहसीदार न्यायालय से निर्देश के बाद 9 मकानों को तीन दिन में खाली करने को कहा था। मकान आज भी खाली नही हुए। इसमे से आठ मकानों पर स्टे होने से शेष एक मकान के आगे के हिस्से को तोड़ने की कार्रवाई की गई है।
विरोध किया, सख्ती हुई तो समय मांगा
प्रशासन और नगर निगम की टीम के पहुंचने के बाद स्टे आर्डर वाले 8 मकानों को छोड़कर एक मकान पर कार्रवाई शुरू होना थी। इस दौरान मकान मालिक ने विरोध करते हुए कार्रवाई रोकने की मांग की। मकान मालिक और परिवार के सदस्य मकान से बाहर नहीं निकले तो पुलिस के द्वारा सख्ती करने पर मकान मालिक ने दो घंटे का समय सामान निकालने के लिए मांगा।